भ्रामक पेय पदार्थों पर कार्रवाई: नकली ORS लेबल हटाने का आदेश

भ्रामक पेय पदार्थों पर कार्रवाई: नकली ORS लेबल हटाने का आदेश

भारत के खाद्य सुरक्षा नियामक प्राधिकरण ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए ऐसे सभी पेय पदार्थों पर रोक लगाने का आदेश दिया है जो अपने उत्पादों को ‘ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन’ (ORS) के रूप में प्रचारित कर रहे हैं, जबकि वे निर्धारित चिकित्सकीय मानकों पर खरे नहीं उतरते। यह निर्देश विशेष रूप से फलों पर आधारित पेय, एनर्जी ड्रिंक और इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक पर लागू होगा, जिनमें अत्यधिक शक्कर और कृत्रिम फ्लेवर मिलाकर भ्रामक स्वास्थ्य दावे किए जा रहे थे।

असली ORS और नकली दावों के बीच अंतर

नियामक के अनुसार, कोई भी पेय पदार्थ अपने नाम या ब्रांडिंग में “ORS” शब्द का उपयोग तभी कर सकता है जब वह विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा स्वीकृत संरचना का पालन करता हो। जांच में पाया गया कि कई पेयों में ग्लूकोज और नमक का अनुपात गलत है, जिससे वे न केवल अप्रभावी हैं बल्कि कभी-कभी शरीर में जल की कमी को और बढ़ा सकते हैं।

सख्त अनुपालन और बाजार से वापसी

खाद्य सुरक्षा प्राधिकरण ने सभी निर्माताओं, खुदरा विक्रेताओं और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्मों को निर्देश दिया है कि वे तुरंत ऐसे सभी गैर-अनुपालन उत्पादों को बाजार से हटा दें। निरीक्षण टीमें खुदरा दुकानों, दवा दुकानों और ऑनलाइन बाजारों में छानबीन कर रही हैं ताकि केवल मान्य ORS उत्पाद ही उपभोक्ताओं तक पहुंच सकें। यह कदम उपभोक्ताओं को गलत जानकारी और स्वास्थ्य जोखिमों से बचाने की दिशा में एक अहम सुधार माना जा रहा है।

स्वास्थ्य पर संभावित खतरे

वास्तविक ORS में ग्लूकोज और आवश्यक लवणों का एक निश्चित अनुपात होता है, जो दस्त या डिहाइड्रेशन की स्थिति में शरीर में तरल संतुलन बनाए रखता है। लेकिन जिन पेयों में अत्यधिक चीनी या स्वाद मिलाया गया है, वे बच्चों या बीमार व्यक्तियों के लिए खतरनाक हो सकते हैं। इनका सेवन करने से डिहाइड्रेशन बढ़ सकता है और इलाज में बाधा उत्पन्न हो सकती है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • केवल WHO द्वारा स्वीकृत संरचना वाले पेय ही “ORS” नाम का उपयोग कर सकते हैं।
  • खाद्य लेबल पर चिकित्सकीय शब्दों का दुरुपयोग खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 का उल्लंघन है।
  • अत्यधिक शक्कर वाले पेय डिहाइड्रेशन को और बढ़ा सकते हैं।
  • नियामक कार्रवाई के तहत खुदरा, फार्मेसी और ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों की व्यापक जांच की जा रही है।

उपभोक्ताओं के लिए सुझाव

विशेषज्ञों का कहना है कि खरीदारी के समय लेबल को ध्यान से पढ़ें और यह सुनिश्चित करें कि उत्पाद में ग्लूकोज और नमक का अनुपात मानक के अनुसार हो। बीमारियों के दौरान केवल प्रमाणित ORS पाउडर या सैशे का ही उपयोग करें। यदि बाजार में किसी उत्पाद को भ्रामक तरीके से “ORS” के रूप में बेचा जा रहा हो, तो उसकी शिकायत संबंधित प्राधिकरण को करें। यह सामूहिक जागरूकता ही सुरक्षित और पारदर्शी बाजार व्यवस्था को मजबूत करेगी।

Originally written on November 21, 2025 and last modified on November 21, 2025.

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