भारत-रूस संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘इंद्र 2025’ की शुरुआत: आतंकवाद के खिलाफ साझा रणनीति का अभ्यास

राजस्थान के बीकानेर स्थित महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में भारत-रूस संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘इंद्र 2025’ की शुरुआत हुई है। यह अभ्यास 15 अक्टूबर तक चलेगा और इसका उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के बीच समन्वय को मज़बूत करना तथा आधुनिक युद्ध परिदृश्यों और आतंकवाद विरोधी अभियानों में सहयोग को बढ़ाना है।
रणनीतिक साझेदारी की नई परख
लगभग 250 रूसी सैनिक इस उच्च तीव्रता वाले अभ्यास में भाग ले रहे हैं, जो भारतीय सैनिकों के साथ मिलकर संयुक्त युद्ध अभ्यास, लाइव फायर ड्रिल और क्लोज-क्वार्टर कॉम्बैट जैसे जटिल अभ्यासों में हिस्सा ले रहे हैं। रेगिस्तानी परिस्थितियों में आयोजित यह अभ्यास सैनिकों की रणनीतिक क्षमता और लचीलापन दोनों की परीक्षा लेता है।
आतंकवाद-निरोध पर विशेष ध्यान
इस वर्ष के अभ्यास में आतंकवाद-निरोध प्रमुख फोकस क्षेत्र है। इसमें बंधक बचाव अभियानों का अनुकरण, विद्रोही नेटवर्क के उन्मूलन और सटीक निशानेबाजी जैसे अभियानों को कड़े युद्धनियमों के अंतर्गत अंजाम दिया जा रहा है। यह अभ्यास भारत और रूस की साझा सुरक्षा रणनीतियों के अनुरूप है।
आधुनिक तकनीक का उपयोग
अभ्यास में ड्रोन आधारित टोही और लक्ष्य निर्धारण, हवाई सहायता का समन्वय, और सीमित दृश्यता में तोपखाना और बख्तरबंद टुकड़ियों का समन्वय भी किया जा रहा है। इससे दोनों देशों की सेनाएं नवीनतम युद्ध तकनीकों के उपयोग में दक्षता प्राप्त करेंगी।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- ‘इंद्र’ भारत-रूस संयुक्त सैन्य अभ्यास श्रृंखला है, जिसकी शुरुआत 2003 में हुई थी।
- यह अभ्यास बारी-बारी से भारत और रूस में आयोजित होता है।
- पिछली बार ‘इंद्र’ अभ्यास 2021 में हुआ था; 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण यह स्थगित कर दिया गया था।
- इस बार का अभ्यास बीकानेर के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में आयोजित किया गया है।