भारत-यूके के बीच £350 मिलियन की रक्षा डील, निवेश और तकनीकी सहयोग में भी हुआ विस्तार

भारत-यूके के बीच £350 मिलियन की रक्षा डील, निवेश और तकनीकी सहयोग में भी हुआ विस्तार

भारत और यूनाइटेड किंगडम (यूके) ने रक्षा, नौसेना तकनीक और व्यापार के क्षेत्रों में व्यापक सहयोग को नई दिशा देते हुए £350 मिलियन की बड़ी रक्षा डील पर हस्ताक्षर किए हैं। इस डील के तहत ब्रिटेन में निर्मित लाइटवेट मल्टीरोल मिसाइलें (Lightweight Multirole Missiles – LMM) भारतीय सेना को प्रदान की जाएंगी। साथ ही, दोनों देशों ने नौसैनिक जहाजों के लिए इलेक्ट्रिक-इंजन पर भी सहयोग को अगले चरण में ले जाने का निर्णय लिया है।

रक्षा सहयोग: व्यापक साझेदारी की ओर

यह मिसाइल सौदा भारत-यूके के बीच “कॉम्प्लेक्स वेपन्स पार्टनरशिप” की ओर एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिस पर दोनों देशों की सरकारें आगे काम कर रही हैं। यह साझेदारी यूके की रक्षा उद्योग के लिए भी एक बड़ा प्रोत्साहन है, जिससे बेलीफास्ट स्थित निर्माण इकाई को फायदा होगा।

नौसेना तकनीक में भी हुआ करार

दोनों देशों ने नौसेना जहाजों के लिए इलेक्ट्रिक-पावर्ड इंजन तकनीक पर सहयोग को अगले स्तर पर ले जाने के लिए एक ‘इम्प्लीमेंटिंग अरेंजमेंट’ पर भी हस्ताक्षर किए हैं। यह परियोजना प्रारंभिक रूप में £250 मिलियन मूल्य की है, जिससे नौसेनिक अभियानों में ऊर्जा दक्षता और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा।

भारत से यूके में बड़ा निवेश

यूके सरकार के अनुसार अब तक 64 भारतीय कंपनियों ने £1.3 बिलियन (₹15,430 करोड़) का निवेश यूके में करने की प्रतिबद्धता जताई है। इससे यूके में करीब 7,000 नए रोजगार उत्पन्न होंगे। निवेश के मुख्य क्षेत्रों में इंजीनियरिंग, तकनीक, क्रिएटिव इंडस्ट्रीज शामिल हैं।
प्रमुख घोषणाएं:

  • TVS मोटर: £250 मिलियन निवेश, सोलिहल में नॉर्टन मोटरसाइकिल का विस्तार और अगली पीढ़ी की इलेक्ट्रिक गाड़ियों का विकास।
  • Cyient: £100 मिलियन निवेश, अर्धचालक, स्वच्छ ऊर्जा, और डिजिटल इनोवेशन के क्षेत्र में 300 नई नौकरियाँ।
  • Muthoot Finance UK Ltd: £100 मिलियन निवेश, यूके में 20 शाखाओं का विस्तार।
  • Hero Motors: अगले 5 वर्षों में £100 मिलियन निवेश, ई-मोबिलिटी, ई-बाइक्स और एयरोस्पेस क्षेत्रों में विस्तार।

यूके विश्वविद्यालयों को भारत में मंजूरी

यूके सरकार के अनुसार, लैंकेस्टर विश्वविद्यालय और सरे विश्वविद्यालय को भारत में कैंपस खोलने की मंजूरी दी गई है, जिससे भारतीय छात्रों की उच्च शिक्षा की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सकेगा।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • भारत-यूके के बीच हुई मिसाइल डील की कुल राशि £350 मिलियन है।
  • इलेक्ट्रिक नेवल इंजन सहयोग की प्रारंभिक राशि £250 मिलियन है।
  • यूके में भारतीय निवेश से 7,000 नई नौकरियाँ सृजित होंगी।
  • लाइटवेट मल्टीरोल मिसाइलें यूके के बेलीफास्ट में निर्मित की जाएंगी।
Originally written on October 11, 2025 and last modified on October 11, 2025.

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