भारत में योगासन को प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में मान्यता दी गई

भारत में योगासन को प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में मान्यता दी गई

हाल ही में खेल मंत्रालय ने योगासन को एक औपचारिक खेल के रूप में मान्यता दी है। यह योग और इसके लाभों के बारे में जागरूकता फैलाने और लोगों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए किया गया है।

मुख्य बिंदु

एक प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में अपनी पहचान के बाद, योगासन को कई स्पर्धाओं में शामिल किया जा सकता है। योग गुरु बाबा रामदेव के नेतृत्व में एक अंतर्राष्ट्रीय योगासन खेल महासंघ का गठन किया गया था। इसके अलावा, राष्ट्रीय योगासन खेल महासंघ की स्थापना की गई जो एक प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में योग का संरक्षण और विकास करेगा। खेल मंत्रालय ने नवंबर 2020 में इस संघ को राष्ट्रीय खेल महासंघ के रूप में मान्यता दी थी।

योगासन को खेलो इंडिया गेम्स प्रोग्राम के साथ शामिल किया जायेगा।

खेलो इंडिया में योगासन

खेलो इंडिया प्रतियोगिता में योगासन खेल को सात श्रेणियों में शामिल किया जायेगा। इसमें रिदमिक योगासन, पारंपरिक योगासन, व्यक्तिगत चैम्पियनशिप, टीम चैम्पियनशिप, कलात्मक योगासन शामिल हैं।

इसके अलावा राष्ट्रीय व्यक्तिगत योगासन खेल प्रतियोगिता का प्रस्ताव भी रखा गया है। यह प्रतियोगिता जिला, राज्य, राष्ट्रीय और विश्व स्तर पर आयोजित की जाएगी।

योजना

योगासन को एक खेल के रूप में पेश करने के बाद, खेल मंत्रालय द्वारा निम्नलिखित कदम उठाये जायेंगे :

  • योगासन खेल की प्रतियोगिताओं, कार्यक्रमों के वार्षिक कैलेंडर को लांच किया जायेगा।
  • योगासन चैम्पियनशिप के लिए स्वचालित स्कोरिंग प्रणाली का विकास।
  • रेफरी, कोच, निर्देशक और प्रतियोगिताओं के निर्णायकों के लिए कोर्स।
  • योगासन खिलाड़ियों के लिए कोचिंग कैंप।
  • योगासन की एक लीग भी शुरू की जाएगी।यह योगासन एथलीटों के लिए एक कैरियर सुनिश्चित करेगा।
  • योगासन को खेलो इंडिया, राष्ट्रीय खेलों और अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में खेल अनुशासन के रूप में पेश किया जाएगा।
Originally written on December 19, 2020 and last modified on December 19, 2020.

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