भारत में महिला मतदाताओं की भागीदारी पुरुषों से अधिक : मुख्य चुनाव आयुक्त

भारत के चुनाव आयोग (Election Commission of India – ECI) ने नई दिल्ली में “Enhancing electoral participation of Women, Persons with Disabilities (PwDs) & Senior citizen Voters: Sharing Best Practices and New Initiatives” थीम पर एक अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार की मेजबानी की।
मुख्य बिंदु
- इस वेबिनार में, भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त, सुशील चंद्रा ने कहा कि 7 दशकों और 17 आम चुनावों के बाद, मताधिकार का प्रयोग करने में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से अधिक हो गई है।
- 2019 के आम चुनाव में महिलाओं की भागीदारी 67% से अधिक रही।
- 1962 में लिंग अंतर -16.71 प्रतिशत था, 2019 में यह +0.17 प्रतिशत हो गया है।
- 1971 के चुनावों के बाद से भारत में महिला मतदाताओं में 235.72% की वृद्धि हुई है।
महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए ECI द्वारा की गई पहल
चुनाव में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए ECI ने कई पहल की हैं:
- अधिक महिलाओं को पोलिंग बूथ अधिकारी के रूप में जोड़ा
- सभी महिला प्रबंधित मतदान केंद्रों की बड़ी संख्या
- मतदान केंद्रों पर क्रेच की सुविधा
- मतदान केंद्रों पर अलग शौचालय व प्रतीक्षालय
- महिला ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों आदि के साथ पंजीकरण में आसानी
वेबिनार में किन देशों ने भाग लिया?
भूटान, बांग्लादेश, कंबोडिया, इथियोपिया, जॉर्जिया, फिजी, कोरिया गणराज्य, कजाकिस्तान, मंगोलिया, लाइबेरिया, मलावी, मॉरीशस, रूस, फिलीपींस, रोमानिया, साओ टोम और प्रिंसिपे, सोलोमन द्वीप, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका, ताइवान, सूरीनाम, यमन, उज्बेकिस्तान और जाम्बिया जैसे 24 देशों के प्रतिनिधियों ने इस वेबिनार में भाग लिया।
Originally written on
November 28, 2021
and last modified on
November 28, 2021.