भारत में डेयरी सेक्टर का ऐतिहासिक विकास: 2029 तक हर पंचायत में सहकारी समिति का लक्ष्य

भारत में डेयरी सेक्टर का ऐतिहासिक विकास: 2029 तक हर पंचायत में सहकारी समिति का लक्ष्य

भारत का डेयरी उद्योग हाल के वर्षों में जबरदस्त गति से विकसित हुआ है, और अब यह दुनिया का सबसे तेज़ी से बढ़ने वाला क्षेत्र बन गया है। केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने हरियाणा के रोहतक में साबर डेयरी प्लांट के उद्घाटन समारोह में इस उपलब्धि की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीते 11 वर्षों में दूध उत्पादन 146 मिलियन टन से बढ़कर 239 मिलियन टन तक पहुँच चुका है — यह वृद्धि लगभग 70% की रही है।

सहकारिता के माध्यम से समृद्धि की ओर

अमित शाह ने बताया कि केंद्र सरकार ने हर पंचायत में एक सहकारी समिति स्थापित करने का लक्ष्य 2029 तक तय किया है। इसके लिए पिछले चार वर्षों में राज्यों के साथ मिलकर एक मज़बूत सहकारी ढांचा तैयार किया गया है। अब तक 33,000 से अधिक सहकारी समितियाँ पंजीकृत की जा चुकी हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र सरकार डेयरी क्षेत्र के लिए तीन नई बहु-राज्य सहकारी समितियाँ स्थापित करने जा रही है, जिनका फोकस होगा:

  1. पशु आहार उत्पादन, रोग नियंत्रण और कृत्रिम गर्भाधान।
  2. गोबर प्रबंधन मॉडल का विकास।
  3. मृत पशुओं के अवशेषों के परिपत्र उपयोग (सर्कुलर इकोनॉमी) को बढ़ावा देना।

श्वेत क्रांति 2.0 की दिशा में अग्रसर

शाह ने कहा कि “श्वेत क्रांति 2.0” के तहत 75,000 नई डेयरी सहकारी समितियाँ बनाई जाएंगी और 46,000 मौजूदा समितियों को सशक्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि देश में आज दूध प्रसंस्करण क्षमता 660 लाख लीटर प्रतिदिन है, जिसे 2028-29 तक 10 करोड़ लीटर प्रतिदिन तक पहुँचाने का लक्ष्य है।
देश में 8 करोड़ किसान डेयरी क्षेत्र से जुड़े हैं, और प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 124 ग्राम से बढ़कर 471 ग्राम हो गई है। स्वदेशी नस्ल की गायों से दूध उत्पादन 39 मिलियन टन से 50 मिलियन टन तक पहुँचा है।

साबर डेयरी प्लांट: उत्तर भारत का प्रमुख केंद्र

उद्घाटन किया गया 325 करोड़ रुपये का साबर डेयरी प्लांट देश का सबसे बड़ा दही, मठा और योगर्ट उत्पादन केंद्र है। इसकी दैनिक उत्पादन क्षमता है:

  • 150 मीट्रिक टन दही
  • 3 लाख लीटर मठा
  • 10 लाख लीटर योगर्ट
  • 10 मीट्रिक टन मिठाइयाँ

गुजरात की साबरकांठा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ द्वारा संचालित यह प्लांट उत्तर भारत और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की मांग को पूरा करेगा। इसका लाभ राजस्थान, हरियाणा, महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तर प्रदेश और बिहार के किसानों को मिलेगा।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • भारत विश्व का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है।
  • हरियाणा देश में दूध उत्पादन में तीसरे स्थान पर है, और प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता 1,105 ग्राम प्रतिदिन है।
  • वर्ष 2021 में केंद्र सरकार ने सहकारिता मंत्रालय (Ministry of Cooperation) की स्थापना की थी।
  • ‘सहकार से समृद्धि’ प्रधानमंत्री मोदी का मंत्र है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर बनाना है।
Originally written on October 6, 2025 and last modified on October 6, 2025.

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