भारत में क्वांटम संचार को बढ़ावा: IIT मद्रास ने राष्ट्रीय हब ‘समग्न्य फाउंडेशन’ की शुरुआत की
IIT मद्रास ने भारत के क्वांटम संचार क्षेत्र को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने हेतु ‘IITM C-DOT समग्न्य टेक्नोलॉजीज फाउंडेशन’ का उद्घाटन किया है। यह संस्थान राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के अंतर्गत क्वांटम संचार के लिए भारत का आधिकारिक राष्ट्रीय हब होगा, जिसे IIT मद्रास रिसर्च पार्क में स्थापित किया गया है।
उद्देश्य और संस्थागत नेतृत्व
‘समग्न्य फाउंडेशन’ का उद्देश्य भारत में क्वांटम-आधारित सुरक्षित संचार तकनीकों का अनुसंधान, विकास और व्यावसायीकरण करना है। यह हब IIT मद्रास और C-DOT (सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स) की साझेदारी से संचालित होगा और राष्ट्रीय सुरक्षा व तकनीकी आत्मनिर्भरता की दृष्टि से एक रणनीतिक भूमिका निभाएगा।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस परियोजना को भारत के भविष्य की तकनीकी रीढ़ बताते हुए, इसके ज़रिये अगली पीढ़ी के साइबर संरक्षा नेटवर्क विकसित करने पर जोर दिया है।
अनुसंधान के प्रमुख क्षेत्र और तकनीकी फोकस
इस राष्ट्रीय केंद्र का कार्यक्षेत्र विविध और उन्नत क्वांटम तकनीकों को समेटे हुए है, जिनमें शामिल हैं:
- क्वांटम क्रिप्टोग्राफी
- पोस्ट-क्वांटम सुरक्षा समाधान
- क्वांटम की डिस्ट्रीब्यूशन (QKD) नेटवर्क
- क्वांटम मेमोरी और रिपीटर्स
- उपग्रह आधारित क्वांटम संचार तंत्र
इन क्षेत्रों में अनुसंधान के माध्यम से हब अगले पांच वर्षों में उत्पाद-आधारित नवाचार प्रस्तुत करेगा, जिससे भारत को सुरक्षित संचार प्रणालियों में वैश्विक नेतृत्व मिल सकेगा।
राष्ट्रीय क्वांटम मिशन में भूमिका
यह फाउंडेशन राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के अंतर्गत स्थापित चार राष्ट्रीय हब्स में से एक है और इसमें से सबसे अधिक फंडिंग प्राप्त करने वाले केंद्रों में गिना जा रहा है। DST द्वारा चलाए जा रहे साइबर-फिजिकल सिस्टम पहल के अंतर्गत पहले से ही कई स्टार्टअप्स को सहायता मिल चुकी है, जो अब इस हब से भी जुड़ेंगे।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- IITM C-DOT समग्न्य फाउंडेशन भारत का आधिकारिक क्वांटम संचार राष्ट्रीय हब है।
- प्रमुख अनुसंधान क्षेत्र: QKD नेटवर्क, क्वांटम क्रिप्टोग्राफी, क्वांटम मेमोरी, रिपीटर्स, और सैटेलाइट क्वांटम संचार।
- यह हब राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के तहत कार्य करता है और विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (DST) का समर्थन प्राप्त है।
- यह IIT मद्रास रिसर्च पार्क में स्थित है और उद्योग, शिक्षा व स्टार्टअप क्षेत्रों के बीच सहयोग को बढ़ावा देता है।
भविष्य की दिशा और उद्योग सहयोग
IIT मद्रास नेतृत्व ने इस पहल को एक बहु-आयामी नवाचार केंद्र के रूप में चित्रित किया है, जहां पारंपरिक संचार विशेषज्ञ, क्वांटम हार्डवेयर वैज्ञानिक और सैद्धांतिक शोधकर्ता मिलकर काम करेंगे।
देश की तकनीकी संप्रभुता को सशक्त करने के उद्देश्य से स्थापित यह केंद्र भारत को क्वांटम सुरक्षित संचार तकनीकों में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है। इसके माध्यम से स्टार्टअप्स को सहयोग, छात्रों को अनुसंधान अवसर और उद्योग को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ने का प्लेटफॉर्म मिलेगा।