भारत में अमेज़न का $35 बिलियन निवेश: डिजिटल अर्थव्यवस्था और एआई नवाचार को मिलेगी नई गति
दुनिया की अग्रणी ई-कॉमर्स कंपनी अमेज़न ने भारत में वर्ष 2030 तक $35 बिलियन (लगभग ₹2.9 लाख करोड़) के निवेश की घोषणा की है। इस कदम के तहत कंपनी न केवल भारत में अपने दीर्घकालिक विस्तार को सुनिश्चित करना चाहती है, बल्कि देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था, एआई प्रौद्योगिकी और निर्यात क्षमताओं को भी एक नई दिशा देने जा रही है।
डिजिटल ढाँचे और लॉजिस्टिक्स में विशाल निवेश
यह नया निवेश 2010 से अब तक भारत में अमेज़न द्वारा किए गए $40 बिलियन के निवेश के अतिरिक्त है। प्रस्तावित $35 बिलियन का उपयोग पूर्ति केंद्रों (fulfilment centres), डेटा सेंटर, भुगतान प्रणाली और लॉजिस्टिक नेटवर्क को मजबूत करने के लिए किया जाएगा। खासकर तेलंगाना और महाराष्ट्र में पहले से घोषित एआई और क्लाउड परियोजनाएँ इस दिशा में निर्णायक होंगी।
एआई-आधारित डिजिटलीकरण और निर्यात में वृद्धि पर फोकस
अमेज़न के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि कंपनी की अगली वृद्धि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के नेतृत्व में होगी। इसके तहत विक्रेताओं के लिए स्मार्ट टूल्स, उपभोक्ताओं के लिए बेहतर अनुभव और आपूर्ति श्रृंखला को आधुनिक बनाना प्राथमिकता में होगा। कंपनी ने भारत-निर्मित उत्पादों के वैश्विक निर्यात को $20 बिलियन से बढ़ाकर $80 बिलियन करने का लक्ष्य तय किया है, जिससे भारत को एक वैश्विक सोर्सिंग हब के रूप में स्थापित किया जा सकेगा।
भारत में सबसे बड़े विदेशी निवेशक के रूप में अमेज़न की स्थिति
अमेज़न का यह निवेश माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसे अन्य वैश्विक तकनीकी दिग्गजों के प्रस्तावित निवेश को पीछे छोड़ता है। स्वतंत्र विश्लेषणों के अनुसार, यह अमेज़न को भारत में अब तक का सबसे बड़ा विदेशी निवेशक बना सकता है। यह निवेश भारत की डिजिटल संभावनाओं, स्टार्टअप संस्कृति और अनुकूल नियामकीय ढाँचे पर कंपनी के विश्वास को दर्शाता है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- अमेज़न 2030 तक भारत में $35 बिलियन का नया निवेश करेगी।
- कंपनी 2010 से अब तक भारत में $40 बिलियन निवेश कर चुकी है।
- भारत-निर्देशित निर्यात को $20 बिलियन से बढ़ाकर $80 बिलियन करने का लक्ष्य है।
- अमेज़न अब तक देश भर में 1.2 करोड़ से अधिक छोटे व्यवसायों को डिजिटाइज़ कर चुकी है।
अमेज़न की यह नई रणनीति भारत को वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था में एक मजबूत भागीदार के रूप में स्थापित करने की दिशा में अहम मानी जा रही है। इस निवेश से न केवल लाखों रोजगार के अवसर पैदा होंगे, बल्कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (MSME) को भी वैश्विक बाज़ार तक पहुँचने का मार्ग मिलेगा। AI और क्लाउड टेक्नोलॉजी के विस्तार के साथ, भारत अमेज़न की वैश्विक रणनीति का प्रमुख केंद्र बना रहेगा।