भारत बायोटेक की नई पहल: न्यूसेलियन थेरेप्यूटिक्स
भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने हाल ही में “न्यूसेलियन थेरेप्यूटिक्स” नामक अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी की स्थापना की घोषणा की है। यह कंपनी एक कॉन्ट्रैक्ट रिसर्च, डेवलपमेंट और मैन्युफैक्चरिंग ऑर्गेनाइज़ेशन (CRDMO) के रूप में कार्य करेगी, जो विशेष रूप से उन्नत सेल और जीन थेरेपी में विशेषज्ञता रखती है। हैदराबाद के जीनोम वैली में स्थित यह नया उपक्रम वैश्विक जीवन विज्ञान नवाचारों के लिए एंड-टू-एंड समाधान प्रदान करने का लक्ष्य लेकर आया है।
उन्नत जैव चिकित्सा नवाचार की दिशा में भारत बायोटेक का कदम
न्यूसेलियन थेरेप्यूटिक्स को एक ऐसे व्यापक भागीदार के रूप में डिज़ाइन किया गया है, जो जटिल जैविक उपचारों के विकास और बड़े पैमाने पर निर्माण में सहयोग करेगा। इसका ध्यान मुख्यतः कैंसर, ऑटोइम्यून बीमारियों और दुर्लभ आनुवंशिक विकारों पर केंद्रित रहेगा। भारत बायोटेक के नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर कृष्णा एला के अनुसार, यह पहल कंपनी की जैव चिकित्सा के अगले युग में रणनीतिक विस्तार का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “भविष्य की दवा नवाचार की दिशा जैविक होगी। हमारा उद्देश्य इन उन्नत चिकित्सा प्लेटफार्मों को भारत की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में एकीकृत करना है, ताकि हर व्यक्ति को जीवन-परिवर्तनकारी उपचार उपलब्ध हो सके।”
वैश्विक मानकों पर आधारित अवसंरचना और सेवाएं
न्यूसेलियन ने एक अत्याधुनिक GMP (गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस) सुविधा स्थापित की है, जो प्लाज्मिड्स, वायरल और नॉन-वायरल वेक्टर्स, ऑटोलॉगस और ऑलोजेनिक सेल थेरेपी के साथ-साथ एसैप्टिक फिल एंड फिनिश सेवाओं के विकास में सक्षम है। ये क्षमताएं कंपनी को प्री-क्लिनिकल अनुसंधान से लेकर व्यावसायिक पैमाने तक निर्माण में सहायता करने की सुविधा देती हैं, और ये सभी यूएस एफडीए और ईएमए के वैश्विक विनियामक मानकों के अनुरूप हैं।
स्वतंत्र संचालन और वैश्विक साझेदारियां
मुख्य व्यवसाय अधिकारी रघु माला पाक ने बताया कि न्यूसेलियन एक स्वतंत्र इकाई के रूप में कार्य करेगा, जिसकी अपनी नेतृत्व प्रणाली, संचालन और सूचना प्रणाली होगी। भारत बायोटेक से यह केवल वाणिज्यिक स्तर पर सहयोग करेगा। कंपनी का लक्ष्य विश्व स्तरीय प्रतिभा को आकर्षित करना है, जो सेल और जीन थेरेपी कार्यक्रमों की डिज़ाइन और क्रियान्वयन में माहिर हो, ताकि भारत को वैश्विक जैव निर्माण उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में स्थापित किया जा सके।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- भारत बायोटेक ने नवंबर 2025 में न्यूसेलियन थेरेप्यूटिक्स की शुरुआत की।
- यह कंपनी हैदराबाद के जीनोम वैली में स्थित है।
- न्यूसेलियन की सुविधाएं GMP, FDA और EMA मानकों पर आधारित हैं।
- कंपनी के नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर कृष्णा एला हैं और मुख्य व्यवसाय अधिकारी रघु माला पाक हैं।
भारत में जैव प्रौद्योगिकी क्षेत्र को सशक्त बनाने की दिशा में न्यूसेलियन थेरेप्यूटिक्स की शुरुआत एक महत्वपूर्ण कदम है। यह पहल न केवल भारत को जैविक चिकित्सा नवाचार में अग्रणी बनने में मदद करेगी, बल्कि वैश्विक स्तर पर उन्नत उपचारों की उपलब्धता और पहुंच में भी तेजी लाएगी। इस नई शुरुआत के साथ, भारत बायोटेक ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि वह विश्वस्तरीय स्वास्थ्य समाधानों की दिशा में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।