भारत ने तंबाकू नियंत्रण में दिखाई प्रगति, WHO रिपोर्ट में ‘श्रेष्ठ अभ्यास’ देशों में शामिल

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की नई रिपोर्ट ‘ग्लोबल टोबैको एपिडेमिक 2025’ में भारत को तंबाकू नियंत्रण के क्षेत्र में अग्रणी देशों में शामिल किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 85% बड़े चित्रात्मक स्वास्थ्य चेतावनी लेबल लागू हैं, जो दुनिया के सबसे बड़े चेतावनी लेबलों में से हैं। यह कदम तंबाकू के सेवन को रोकने के लिए प्रभावी उपायों में से एक माना गया है।

MPOWER नीतियों में भारत की स्थिति

WHO की MPOWER नीति फ्रेमवर्क में छह सिद्ध उपाय शामिल हैं — निगरानी (M), लोगों को चेतावनी देना (W), सहायता प्रदान करना (O), सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान पर प्रतिबंध (P), तंबाकू विज्ञापन और प्रायोजन पर रोक (E), और कर बढ़ाना (R)।
भारत ने ‘W’ (चेतावनी) और ‘O’ (छोड़ने में सहायता) में 2016 से सर्वोच्च श्रेणी प्राप्त की है, जबकि अन्य उपायों में द्वितीय सर्वोच्च श्रेणी में है। डॉ. विनायक मोहन प्रसाद के अनुसार, भारत का प्रदर्शन सराहनीय है, पर अब भी कुछ क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है।

भारत में तंबाकू सेवन की स्थिति

रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में भारत में वयस्क धूम्रपान दर 7% थी। हालांकि, तंबाकू का कुल प्रयोग (जिसमें चबाने योग्य तंबाकू शामिल है) अभी भी वैश्विक औसत से अधिक है। राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2021 के अनुसार, भारत में 38% पुरुष और 9% महिलाएं तंबाकू का सेवन करती हैं।
बच्चों में भी स्थिति चिंताजनक है। ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे 2019 के अनुसार, 13-15 वर्ष की आयु के 8% बच्चे तंबाकू का सेवन कर रहे हैं।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • भारत में तंबाकू उत्पादों पर 85% चित्रात्मक चेतावनी अनिवार्य है।
  • भारत ने 2023 में ओटीटी प्लेटफार्मों पर भी तंबाकू नियंत्रण नियम लागू कर दिए, ऐसा करने वाला पहला देश बना।
  • ‘E’ उपाय के तहत भारत ने सभी पारंपरिक मीडिया में तंबाकू विज्ञापन पर प्रतिबंध लगा दिया है, लेकिन बिक्री बिंदु (Point of Sale) पर प्रचार अब भी एक चिंता है।
  • MPOWER के ‘R’ (कर) उपाय में भारत पिछड़ रहा है; अब भी सिगरेट अपेक्षाकृत सस्ती हैं।

भविष्य की दिशा

WHO ने चेतावनी दी है कि अब भी 134 देशों ने सिगरेट को महंगा नहीं किया है और युवाओं को आकर्षित करने के लिए तंबाकू कंपनियां आक्रामक प्रचार कर रही हैं। रिपोर्ट में सरकारों से आग्रह किया गया है कि वे तंबाकू पर कर बढ़ाकर उसे जनस्वास्थ्य की प्राथमिकता बनाएं।
भारत ने तंबाकू नियंत्रण के क्षेत्र में कई प्रभावी कदम उठाए हैं, लेकिन बिंदुओं पर प्रचार, कर नीति और उद्योग प्रायोजन पर पूर्ण प्रतिबंध जैसे मुद्दों पर कठोर निर्णय लेने की आवश्यकता है। यह रिपोर्ट दर्शाती है कि भारत स्वास्थ्य चेतावनी और प्रचार नियंत्रण जैसे क्षेत्रों में वैश्विक नेतृत्व कर रहा है, परंतु कर नीति जैसे उपायों को सशक्त बनाकर ही तंबाकू मुक्त समाज की दिशा में ठोस कदम उठाया जा सकता है।

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