भारत के पहले इलेक्ट्रिक हेवी ट्रक बेड़े की शुरुआत, ग्रीन लॉजिस्टिक्स की दिशा में बड़ा कदम

भारत ने हरित परिवहन और लॉजिस्टिक्स की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाते हुए देश के पहले इलेक्ट्रिक हेवी ट्रक बेड़े को सेवा में उतार दिया है। केंद्रीय पोर्ट, शिपिंग और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने 25 सितंबर को जवाहरलाल नेहरू पोर्ट अथॉरिटी (JNPA), न्हावा शेवा डिस्ट्रीब्यूशन टर्मिनल से इस बेड़े को हरी झंडी दिखाई। इस पहल के साथ ही JNPA देश का पहला ऐसा बंदरगाह बन गया है, जिसके पास सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक ट्रक बेड़ा है।
इलेक्ट्रिक ट्रक बेड़े की विशेषताएँ
शुरुआत में इस बेड़े में 50 इलेक्ट्रिक हेवी ट्रक शामिल किए गए हैं, जिन्हें वर्ष के अंत तक बढ़ाकर 80 किया जाएगा। इन ट्रकों के लिए एक अत्याधुनिक बैटरी स्वैपिंग स्टेशन भी चालू किया गया है, जिससे बड़े पैमाने पर परिचालन में सुविधा होगी। JNPA ने लक्ष्य रखा है कि दिसंबर 2026 तक अपने लगभग 600 हेवी ट्रकों के 90 प्रतिशत हिस्से को इलेक्ट्रिक में परिवर्तित कर दिया जाएगा।
बंदरगाह क्षेत्र में हरित ऊर्जा की पहल
केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने इस अवसर पर कहा कि JNPA का यह कदम न केवल बंदरगाह तक सीमित है, बल्कि यह संदेश भी देता है कि भारत के बंदरगाह भविष्य को अपनाने और सतत विकास के लिए नए मानक स्थापित करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने बताया कि देश के विभिन्न बंदरगाहों में सौर और पवन ऊर्जा, एलएनजी और हाइड्रोजन ईंधन अवसंरचना, तथा कार्गो हैंडलिंग उपकरणों के विद्युतीकरण पर कार्य हो रहा है। यह प्रयास भारत के व्यापक डिकार्बोनाइजेशन अभियान का हिस्सा है।
JNPA की उपलब्धियाँ और महत्व
JNPA ने हाल के वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति की है। इसे हाल ही में विश्व बैंक की “कंटेनर पोर्ट परफॉर्मेंस इंडेक्स (CPPI)” में दुनिया के शीर्ष 25 बंदरगाहों में शामिल किया गया है। इसके अलावा, JNPA ने कंटेनर हैंडलिंग में रिकॉर्ड बनाए हैं, विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) के विकास, डिजिटलीकरण और ग्रीन एनर्जी में भी अग्रणी कार्य किया है। JNPA के चेयरपर्सन श्री उमेश शरद वाघ ने इसे “एक स्वच्छ, हरित और मजबूत भविष्य की ओर परिवर्तनकारी छलांग” करार दिया।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- जवाहरलाल नेहरू पोर्ट अथॉरिटी (JNPA) एशिया के सबसे व्यस्त कंटेनर पोर्ट्स में से एक है।
- JNPA की स्थापना वर्ष 1989 में हुई थी।
- भारत का यह बंदरगाह विश्व बैंक के CPPI सूचकांक में शीर्ष 25 बंदरगाहों की सूची में शामिल है।
- इलेक्ट्रिक हेवी ट्रक बेड़े की शुरुआत से यह पहला भारतीय पोर्ट बन गया है जिसके पास इतना बड़ा ईवी बेड़ा है।