भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण को बढ़ावा: NSIL ने निजी कंपनियों के साथ 70 समझौते किए
भारत का अंतरिक्ष क्षेत्र अब केवल अनुसंधान और उपग्रह प्रक्षेपण तक सीमित नहीं रह गया है। NewSpace India Limited (NSIL), जो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की वाणिज्यिक इकाई है, अब निजी उद्योगों के साथ प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (Technology Transfer) के माध्यम से एक संगठित, पारदर्शी और रणनीतिक साझेदारी को साकार कर रहा है।
प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की वर्तमान स्थिति
अब तक NSIL ने भारतीय कंपनियों के साथ 70 प्रौद्योगिकी हस्तांतरण समझौते (Technology Transfer Agreements – TTAs) पर हस्ताक्षर किए हैं। ये समझौते निजी उद्योगों को ISRO द्वारा विकसित उच्च तकनीकी अंतरिक्ष प्रणालियों का व्यावसायिक और रणनीतिक उपयोग करने की अनुमति देते हैं।
इस प्रक्रिया में गोपनीयता समझौते (Non-Disclosure Agreements – NDAs) भी शामिल होते हैं ताकि संवेदनशील और गोपनीय जानकारी की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
पारदर्शिता और RTI अनुपालन
NSIL सूचना के अधिकार अधिनियम (RTI Act) का पूर्ण पालन करता है। यद्यपि समझौतों में गोपनीयता धाराएं होती हैं, फिर भी संगठन ने RTI अनुरोधों के जवाब में ISRO से प्रौद्योगिकी प्राप्त करने वाले उद्योगों के नाम और विवरण साझा किए हैं।
ISRO, IN-SPACe और NSIL की वेबसाइटों पर उपलब्ध तकनीकों, दिशानिर्देशों और प्रक्रिया की जानकारी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है, जो RTI अधिनियम की धारा 4 के तहत स्वप्रेरित प्रकटीकरण (proactive disclosure) को दर्शाता है।
नियामक ढाँचा और निगरानी व्यवस्था
इस प्रक्रिया में IN-SPACe निजी कंपनियों के लिए सुविधाकर्ता (facilitator) की भूमिका निभाता है, जबकि NSIL लाइसेंसिंग और ट्रांसफर के लिए उत्तरदायी संस्था है।
एक प्रौद्योगिकी हस्तांतरण समिति (Technology Transfer Committee) प्रत्येक अनुरोध का मूल्यांकन करती है ताकि निष्पक्षता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके। साथ ही, NSIL स्वतंत्र निगरानी तंत्र भी लागू करता है, विशेषकर ऐसे मामलों में जहाँ गोपनीयता की धाराएं लागू होती हैं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- NSIL ने 70 प्रौद्योगिकी हस्तांतरण समझौते भारतीय कंपनियों के साथ किए हैं।
- प्रक्रिया में TTAs और NDAs शामिल होते हैं जो गोपनीयता सुनिश्चित करते हैं।
- IN-SPACe निजी क्षेत्र की भागीदारी के लिए सुविधाकर्ता, जबकि NSIL लाइसेंसिंग संस्था है।
- संवेदनशील जानकारी RTI अधिनियम की धारा 8(1)(d) के तहत प्रकटीकरण से मुक्त होती है।
सीमाएँ और गोपनीयता संरक्षण
जहाँ NSIL नियमित रूप से उपलब्ध तकनीकों और दिशानिर्देशों की सार्वजनिक जानकारी अपडेट करता है, वहीं भुगतान शर्तें, समझौतों की प्रतियाँ और कुछ रणनीतिक विवरण गोपनीय रहते हैं। ये विवरण वाणिज्यिक और बौद्धिक संपदा संरक्षण के अंतर्गत आते हैं और RTI अधिनियम के तहत प्रकटीकरण से छूट प्राप्त है।
भारत के अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र में यह संतुलन — पारदर्शिता और गोपनीयता के बीच — यह सुनिश्चित करता है कि राष्ट्रीय हित और औद्योगिक प्रतिस्पर्धा दोनों सुरक्षित रहें, जबकि निजी क्षेत्र की भागीदारी को भी गति मिले।