भारत की पहली बुलेट ट्रेन: तेज़ी से आगे बढ़ता आधुनिक रेल परिवहन का सपना

भारत में पहली बुलेट ट्रेन परियोजना – मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (MAHSR) – पर कार्य तेजी से जारी है। यह महत्वाकांक्षी परियोजना देश में आधुनिक परिवहन प्रणाली की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) इस परियोजना का क्रियान्वयन कर रहा है, जिसमें जापान सरकार से तकनीकी और वित्तीय सहायता मिल रही है।
कहां से कहां चलेगी भारत की पहली बुलेट ट्रेन?
यह बुलेट ट्रेन गुजरात, महाराष्ट्र और केंद्र शासित प्रदेश दादरा एवं नगर हवेली से होकर गुजरेगी। कुल 508 किलोमीटर लंबे इस हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर में कुल 12 स्टेशन होंगे: मुंबई, ठाणे, विरार, बोईसर, वापी, बिलीमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आनंद, अहमदाबाद और साबरमती। इस मार्ग का पहला खंड – सूरत से बिलीमोरा – सबसे पहले शुरू होगा।
कब चलेगी भारत की पहली बुलेट ट्रेन?
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, भारत की पहली बुलेट ट्रेन अगस्त 2027 में चलनी शुरू हो जाएगी। परियोजना का पूर्ण विस्तार क्रमशः 2028 तक ठाणे और 2029 तक मुंबई तक पहुंच जाएगा। हालांकि, पूरे कॉरिडोर के दिसंबर 2029 तक पूरी तरह चालू होने की संभावना है।
लागत और वित्त पोषण
MAHSR परियोजना की कुल अनुमानित लागत ₹1,08,000 करोड़ है। इसमें से जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) लगभग ₹88,000 करोड़, यानी 81% लागत वहन कर रही है। शेष ₹20,000 करोड़ भारत सरकार और महाराष्ट्र व गुजरात सरकारें मिलकर वहन करेंगी। जून 2025 तक इस परियोजना पर ₹78,839 करोड़ का व्यय हो चुका है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना है।
- जापान की सहायता से बन रही यह ट्रेन 320 किमी/घंटा की रफ्तार से चलेगी।
- पहले चरण में सूरत से बिलीमोरा खंड चालू होगा।
- इस परियोजना के तहत कुल 12 स्टेशन प्रस्तावित हैं।