भारत की पहली कोस्ट-टू-कोस्ट पार्सल एक्सप्रेस सेवा शुरू

भारत की पहली कोस्ट-टू-कोस्ट पार्सल एक्सप्रेस सेवा शुरू

भारतीय रेलवे के दक्षिणी क्षेत्र ने देश की पहली कोस्ट-टू-कोस्ट पार्सल एक्सप्रेस सेवा की घोषणा की है, जो चेन्नई के रॉयपुरम स्टेशन को मंगलुरु सेंट्रल से जोड़ेगी। यह नई पार्सल सेवा तमिलनाडु और केरल के बीच माल परिवहन को तेज़, नियमित और व्यवस्थित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

सेवा की शुरुआत और मार्ग विवरण

यह विशेष पार्सल एक्सप्रेस 12 दिसंबर से शुरू होगी। ट्रेन मंगलुरु सेंट्रल से दोपहर में रवाना होकर अगले दिन चेन्नई पहुंचेगी, जबकि वापसी यात्रा 16 दिसंबर को रॉयपुरम से शुरू होगी। सेवा सप्ताह में दो बार चलेगी शुक्रवार को मंगलुरु से और मंगलवार को चेन्नई से। इसका मार्ग सलेम, तिरुप्पुर, कोयंबटूर, पालक्काड, कोझिकोड, कन्नूर और कासरगोड जैसे प्रमुख व्यावसायिक केंद्रों से होकर गुजरेगा, जिससे पार्सल लोडिंग और अनलोडिंग की प्रक्रिया अधिक प्रभावी बनेगी।

पार्सल ट्रेन की प्रमुख विशेषताएँ

इस पार्सल एक्सप्रेस में उच्च क्षमता वाले पार्सल वैन और लगेज-कम-ब्रेक वैन शामिल हैं। हर कोच को विशेष गंतव्य के अनुसार लेबल किया गया है ताकि लोडिंग-अनलोडिंग में समय की बचत हो सके। यह संरचित कॉन्फ़िगरेशन रेलवे को तेज़ टर्नअराउंड, भीड़ कम करने और संगठित पार्सल प्रबंधन में मदद करेगा।

व्यापारिक उपयोग और लाभ

यह सेवा विभिन्न प्रकार के माल जैसे जल्दी खराब होने वाले उत्पाद, उपभोक्ता वस्तुएं, वस्त्र, औद्योगिक सामान और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के परिवहन के लिए उपयोगी होगी। समयबद्ध वितरण प्रणाली व्यापारियों और निर्माताओं को विश्वसनीय क्षेत्रीय आपूर्ति श्रृंखला बनाने में सहायता देगी। साथ ही, रियल-टाइम ट्रैकिंग प्रणाली पारदर्शिता और समयपालन सुनिश्चित करेगी।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • यह भारत की पहली कोस्ट-टू-कोस्ट पार्सल एक्सप्रेस सेवा है।
  • ट्रेन तमिलनाडु और केरल के प्रमुख औद्योगिक और वाणिज्यिक केंद्रों को जोड़ती है।
  • उच्च क्षमता वाले पार्सल वैन इस सेवा की मुख्य संरचना हैं।
  • प्रत्येक कोच को विशेष गंतव्य के अनुसार लेबल किया गया है ताकि माल प्रबंधन सरल हो सके।

क्षेत्रीय लॉजिस्टिक्स पर प्रभाव

दक्षिणी रेलवे की यह पहल क्षेत्रीय आपूर्ति श्रृंखला को सशक्त बनाने और माल परिवहन को आधुनिक बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। तटीय शहरों के बीच सीधी कनेक्टिविटी, तय समय-सारणी और डिजिटल मॉनिटरिंग सिस्टम से पार्सल गति में वृद्धि होगी। यह सेवा न केवल व्यापारियों के लिए बल्कि स्थानीय उद्योगों और उपभोक्ताओं के लिए भी आर्थिक विकास का नया मार्ग प्रशस्त करेगी।

Originally written on November 20, 2025 and last modified on November 20, 2025.

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