भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 778 मिलियन डॉलर की गिरावट के साथ 578.568 अरब डॉलर पर पहुंचा

भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 778 मिलियन डॉलर की गिरावट के साथ 578.568 अरब डॉलर पर पहुंचा

11 दिसम्बर, 2020 को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 778 मिलियन डॉलर की गिरावट के साथ 578.568 अरब डॉलर तक पहुँच गया है, यह भारत के विदेशी मुद्रा भंडार का उच्चतम स्तर है। विश्व में सर्वाधिक विदेशी मुद्रा भंडार वाले देशों की सूची में भारत 5वें स्थान पर है, इस सूची में चीन पहले स्थान पर है। पिछले कुछ समय से भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में काफी वृद्धि हुई है।

विदेशी मुद्रा भंडार

इसे फोरेक्स रिज़र्व या आरक्षित निधियों का भंडार भी कहा जाता है भुगतान संतुलन में विदेशी मुद्रा भंडारों को आरक्षित परिसंपत्तियाँ’ कहा जाता है तथा ये पूंजी खाते में होते हैं। ये किसी देश की अंतर्राष्ट्रीय निवेश स्थिति का एक महत्त्वपूर्ण भाग हैं। इसमें केवल विदेशी रुपये, विदेशी बैंकों की जमाओं, विदेशी ट्रेज़री बिल और अल्पकालिक अथवा दीर्घकालिक सरकारी परिसंपत्तियों को शामिल किया जाना चाहिये परन्तु इसमें विशेष आहरण अधिकारों , सोने के भंडारों और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की भंडार अवस्थितियों को शामिल किया जाता है। इसे आधिकारिक अंतर्राष्ट्रीय भंडार अथवा अंतर्राष्ट्रीय भंडार की संज्ञा देना अधिक उचित है।

11 दिसम्बर, 2020 को विदेशी मुद्रा भंडार

विदेशी मुद्रा संपत्ति (एफसीए): $536.344 बिलियन
गोल्ड रिजर्व: $ 36.012 बिलियन
आईएमएफ के साथ एसडीआर: $ 1.503 बिलियन
आईएमएफ के साथ रिजर्व की स्थिति: $ 4.709 बिलियन

Originally written on December 19, 2020 and last modified on December 19, 2020.

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