भारत और ब्राज़ील ने MERCOSUR व्यापार समझौते के विस्तार पर सहमति जताई
भारत और ब्राज़ील ने मौजूदा व्यापार समझौते को व्यापक रूप देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण समझौता किया है, जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाना है। यह सहमति नई दिल्ली में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और ब्राज़ील के उपराष्ट्रपति तथा विकास, उद्योग, व्यापार और सेवा मंत्री गेराल्डो अल्कमिन के बीच हुई बैठक में बनी।
MERCOSUR व्यापार समझौते का पुनर्संयोजन
भारत और MERCOSUR (मर्कोसुर) समूह — जिसमें अर्जेंटीना, ब्राज़ील, पराग्वे और उरुग्वे शामिल हैं — के बीच 17 जून 2003 को एक फ्रेमवर्क समझौता हुआ था, जिसके तहत एक प्राथमिकता व्यापार समझौता (Preferential Trade Agreement – PTA) लागू हुआ। अब दोनों पक्षों ने इस PTA को और गहराई देने के लिए ठोस कदम उठाने का निर्णय लिया है।
नई योजना के तहत यह तय किया गया है कि समझौते का विस्तार इस प्रकार हो कि द्विपक्षीय व्यापार का एक बड़ा हिस्सा शुल्क रियायतों का लाभ प्राप्त कर सके। साथ ही, यह विस्तार केवल टैरिफ यानी शुल्क संबंधी मामलों तक सीमित न रहकर नॉन-टैरिफ बाधाओं और व्यापक आर्थिक भागीदारी क्षेत्रों को भी कवर करेगा।
व्यापार विस्तार की प्रमुख दिशा-निर्देश
- समझौते के विस्तार में निजी क्षेत्र की भागीदारी को सक्रिय रूप से प्रोत्साहित किया जाएगा।
- तकनीकी संवाद की प्रक्रिया शीघ्र शुरू होगी, जिसमें PTA के अनुच्छेद 23 के अंतर्गत गठित संयुक्त प्रशासन समिति की प्रारंभिक बैठक भी शामिल होगी।
- दोनों पक्ष इस प्रक्रिया को एक वर्ष के भीतर पूर्ण करने का प्रयास करेंगे।
- ब्राज़ील ने यह आश्वासन दिया कि वह MERCOSUR के अन्य सदस्य देशों के साथ मिलकर इस विस्तार को शीघ्र, सार्थक और पारस्परिक रूप से लाभकारी बनाने में सहयोग करेगा।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- MERCOSUR (Mercado Común del Sur) दक्षिण अमेरिकी देशों का एक आर्थिक समूह है जिसकी स्थापना 1991 में हुई थी।
- भारत और MERCOSUR के बीच प्राथमिकता व्यापार समझौता 2009 से प्रभाव में है।
- ब्राज़ील भारत का एक प्रमुख व्यापारिक साझेदार है और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार हाल के वर्षों में तेज़ी से बढ़ा है।
- PTA का उद्देश्य सदस्य देशों के बीच व्यापार को आसान और शुल्क-मुक्त बनाना है।