भारत-अमेरिका सामरिक स्वच्छ ऊर्जा भागीदारी (US-India Strategic Clean Energy Partnership – SCEP)

भारत-अमेरिका सामरिक स्वच्छ ऊर्जा भागीदारी (US-India Strategic Clean Energy Partnership – SCEP)

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री, हरदीप सिंह पुरी और अमेरिकी ऊर्जा सचिव जेनिफर ग्रानहोम ने एक वर्चुअल मंत्रिस्तरीय बैठक की सह-अध्यक्षता की और संशोधित भारत-अमेरिका सामरिक स्वच्छ ऊर्जा भागीदारी (U.S.-India Strategic Clean Energy Partnership – SCEP) को लांच किया।

मुख्य बिंदु 

  • इस बैठक में दोनों पक्षों ने प्रगति और प्रमुख उपलब्धियों की समीक्षा की और कई स्तंभों में सहयोग के लिए नए क्षेत्रों को प्राथमिकता दी।
  • भारतीय पक्ष ने जाहिर किया कि, यह संशोधित स्वच्छ ऊर्जा साझेदारी दोनों देशों के बीच मौजूद पूरकताओं का लाभ उठाने के प्रयासों को तेज करेगी।
  • उन्होंने उभरते ईंधन पर पांचवें स्तंभ को जोड़ने की भी घोषणा की क्योंकि दोनों देश स्वच्छ ऊर्जा ईंधन को बढ़ावा देना चाहते हैं।
  • इस अवसर पर, जैव ईंधन क्षेत्र में सहयोग पर कार्य के दायरे का निर्माण करने के लिए जैव ईंधन पर एक नए भारत-अमेरिका कार्य बल की भी घोषणा की गई।

सामरिक स्वच्छ ऊर्जा भागीदारी (US-India Strategic Clean Energy Partnership – SCEP)

  • SCEP को यूएस-इंडिया क्लाइमेट एंड क्लीन एनर्जी एजेंडा 2030 पार्टनरशिप के अनुरूप लॉन्च किया गया था, जिसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति जो बाईडेन ने अप्रैल 2021 में लीडर्स समिट ऑन क्लाइमेट में की थी।
  • यह सहयोग के पांच स्तंभों पर आधारित है:
  1. शक्ति और ऊर्जा दक्षता
  2. तेल और गैस
  3. नवीकरणीय ऊर्जा
  4. सतत विकास
  5. उभरते ईंधन

अक्षय ऊर्जा ईंधन पर भारत-अमेरिका सहयोग

दोनों पक्ष अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में विभिन्न परियोजनाओं और सिस्टम-फ्रेंडली प्रथाओं पर काम करके अक्षय ऊर्जा स्तंभ के तहत सहयोग बढ़ाने पर जोर देंगे। वे स्मार्ट ग्रिड, लचीले संसाधन, ऊर्जा भंडारण और वितरित ऊर्जा संसाधनों सहित नवीकरणीय ऊर्जा के बड़े पैमाने पर एकीकरण को समर्थन देने के लिए भारत में इलेक्ट्रिक ग्रिड को मजबूत करना चाहते हैं।

गैस टास्क फोर्स (Gas Task Force)

उन्होंने गैस टास्क फोर्स का नाम बदलकर भारत-अमेरिका निम्न उत्सर्जन गैस टास्क फोर्स ( India-US Low Emissions Gas Task Force) करने की भी घोषणा की। यह टास्क फोर्स भारत की गैस आधारित अर्थव्यवस्था के दृष्टिकोण को समर्थन प्रदान करने के लिए नवीन परियोजनाओं पर भारतीय और अमेरिकी कंपनियों के बीच सहयोग को जारी रखेगी।

Originally written on September 13, 2021 and last modified on September 13, 2021.

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