भारत-अफगानिस्तान व्यापारिक संबंधों को नई दिशा देने की पहल
अफगानिस्तान के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री अलहाज नूरुद्दीन अज़ीज़ी (Alhaj Nooruddin Azizi) भारत के दौरे पर हैं। वे एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ द्विपक्षीय व्यापार और निवेश सहयोग को बढ़ाने के उद्देश्य से आए हैं। यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है, और काबुल अपनी आर्थिक साझेदारियों को विविधता देने के लिए भारत की ओर देख रहा है।
व्यापारिक अवसरों के विस्तार पर जोर
अफगान प्रतिनिधिमंडल में अफगानिस्तान के प्रमुख आर्थिक मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी और कई अग्रणी व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हैं। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारतीय उद्योग जगत के साथ नए सहयोग अवसरों की पहचान करना है। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) इस दौरे का समन्वय कर रहा है।दोनों देशों के बीच प्राथमिक सहयोग क्षेत्रों में सूखे मेवे, रत्न और आभूषण, एफएमसीजी उत्पाद, लॉजिस्टिक्स, वस्त्र उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएँ शामिल हैं।
कूटनीतिक जुड़ाव की नई शुरुआत
भारत ने हाल ही में काबुल में अपने तकनीकी मिशन को पूर्ण रूप से दूतावास के रूप में बहाल किया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि नई दिल्ली अफगानिस्तान के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के प्रति गंभीर है। यह दो महीनों में अफगानिस्तान से भारत का दूसरा उच्च स्तरीय संवाद है।अक्टूबर में अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी की यात्रा के दौरान भारत ने छह नए विकास परियोजनाओं की घोषणा की थी और अफगानिस्तान को 20 एम्बुलेंस दान की थीं, जो भारत की निरंतर मानवीय और विकासात्मक सहायता का हिस्सा हैं।
क्षेत्रीय तनाव और आर्थिक पुनर्संरेखण
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा विवादों ने व्यापारिक मार्गों को बाधित किया है, जिससे अफगान निर्यात प्रभावित हुआ है और आर्थिक गतिविधियों में गिरावट आई है। कई भूमि-मार्गों के बंद होने के कारण अब काबुल ऐसे स्थायी साझेदारों की तलाश में है जो उसके व्यापारिक नेटवर्क को स्थिरता प्रदान कर सकें।भारत, जो दक्षिण एशिया का एक प्रमुख बाजार और विकास सहयोगी है, अफगानिस्तान की आर्थिक पुनर्बहाली में एक अहम भागीदार बनकर उभर रहा है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- अफगान वाणिज्य मंत्री अलहाज नूरुद्दीन अज़ीज़ी भारत के व्यापारिक दौरे का नेतृत्व कर रहे हैं।
- प्राथमिक सहयोग क्षेत्र सूखे मेवे, रत्न-आभूषण, लॉजिस्टिक्स और वस्त्र उद्योग।
- भारत ने काबुल में अपना दूतावास पूर्ण संचालन क्षमता के साथ फिर से शुरू किया है।
- पाकिस्तान के साथ सीमा तनाव के कारण अफगानिस्तान के निर्यात मार्ग बाधित हुए हैं।
नई दिल्ली में व्यापारिक संवाद
पीएचडीसीसीआई द्वारा नई दिल्ली में एक इंटरैक्टिव बिज़नेस फोरम आयोजित किया गया है, जिसमें अफगान अधिकारियों और भारतीय उद्योग जगत के प्रमुख प्रतिनिधि व्यापार, निवेश और दीर्घकालिक सहयोग पर चर्चा करेंगे। भारत के विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी इस सत्र में भाग ले रहे हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह यात्रा दोनों देशों के आर्थिक भविष्य को आकार देने की दिशा में एक निर्णायक कदम है।