भारत‑इज़राइल रक्षा सहयोग को लेकर ऐतिहासिक समझौता
भारत और इज़राइल ने रक्षा क्षेत्र में सहयोग को नई ऊँचाइयों तक ले जाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता तेल अवीव में आयोजित भारत‑इज़राइल संयुक्त कार्य समूह (JWG) की 17वीं बैठक के बाद हुआ, जिसका मुख्य उद्देश्य द्विपक्षीय रक्षा साझेदारी को सुदृढ़ बनाना और अत्याधुनिक सैन्य प्रणालियों के संयुक्त अनुसंधान, सह-उत्पादन एवं सह-विकास को बढ़ावा देना है।
रणनीतिक साझेदारी में नया आयाम
इस समझौते पर भारत के रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह और इज़राइल के रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक मेजर जनरल (रिटा.) अमीर बरम ने हस्ताक्षर किए। दोनों अधिकारियों ने JWG बैठक की संयुक्त अध्यक्षता की, जो कि नीति स्तर पर रक्षा सहयोग के विचार-विमर्श का प्रमुख मंच है।
भारत के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यह समझौता दोनों देशों के बीच विश्वास और साझा सुरक्षा प्राथमिकताओं पर आधारित मजबूत रक्षा संबंधों को और भी गहरा करने के लिए एक एकीकृत नीति ढांचा प्रदान करता है।
सहयोग के प्रमुख क्षेत्र
समझौते के तहत जिन प्रमुख क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया है, उनमें शामिल हैं:
- उन्नत हथियार प्रणालियों का संयुक्त अनुसंधान और उत्पादन
- प्रशिक्षण एवं औद्योगिक सहयोग
- कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), साइबर सुरक्षा, मानवरहित प्रणालियाँ (Unmanned Systems), और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली
- दोनों देशों के स्टार्टअप और रक्षा नवाचार तंत्र में आपसी समन्वय और साझेदारी
यह साझेदारी अनुसंधान संस्थानों और निजी उद्योगों के बीच अधिक गहराई से सहयोग को संभव बनाएगी, जिससे रक्षा तकनीकों का तेजी से विकास हो सकेगा।
चल रही पहलों की समीक्षा और भविष्य की योजना
बैठक के दौरान अधिकारियों ने वर्तमान में चल रही संयुक्त परियोजनाओं की समीक्षा की और साझा तकनीकी विशेषज्ञता से मिलने वाले लाभों पर बल दिया। साथ ही, भविष्य के लिए नई अनुसंधान संभावनाओं और सामरिक क्षमताओं के विकास पर भी चर्चा की गई।
दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय स्थिरता और वैश्विक शांति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया, विशेषकर आतंकवाद विरोधी प्रयासों और रणनीतिक रक्षा क्षेत्रों में ज्ञान साझा करने की दिशा में।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- भारत‑इज़राइल संयुक्त कार्य समूह (JWG) की 17वीं बैठक नवंबर 2025 में तेल अवीव में आयोजित हुई।
- समझौते पर भारत के रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह और इज़राइल के मेजर जनरल (रिटा.) अमीर बरम ने हस्ताक्षर किए।
- सहयोग के प्रमुख क्षेत्र: AI, साइबर सुरक्षा, उन्नत हथियार प्रणाली, और सह-विकास।
- यह समझौता प्रौद्योगिकी साझेदारी, सह-निर्माण और सह-अनुसंधान पर केंद्रित है।
रक्षा संबंधों में सतत विस्तार
भारत और इज़राइल के बीच पिछले तीन दशकों से मजबूत रक्षा संबंध रहे हैं। इसमें खुफिया साझेदारी, ड्रोन तकनीक, रडार प्रणालियाँ और मिसाइल रक्षा प्रणाली जैसे क्षेत्र शामिल हैं। यह नवीनतम समझौता रक्षा आधुनिकीकरण और नवाचार की दिशा में उनकी साझा प्रतिबद्धता को और दृढ़ करता है।