भारतीय सेना ने बिलावर क्षेत्र में दो नई ब्रिगेड की तैनाती की

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में आतंकवादियों की बढ़ती गतिविधियों के मद्देनज़र, भारतीय सेना ने बिलावर क्षेत्र में दो नई ब्रिगेड की तैनाती की है। इस कदम का उद्देश्य सीमावर्ती और दूरदराज़ क्षेत्रों में सुरक्षा को सुदृढ़ करना और स्थानीय निवासियों में विश्वास बहाल करना है।
रांपुर में नई ब्रिगेड मुख्यालय की स्थापना
कठुआ जिले के बसोहली उपखंड के रांपुर कस्बे में एक नई सेना ब्रिगेड का स्थायी मुख्यालय स्थापित किया गया है। यह क्षेत्र पाकिस्तान से घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों के लिए एक प्रमुख मार्ग रहा है, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर उधमपुर जिले की ओर बढ़ते हैं। इस नई ब्रिगेड की तैनाती से इस मार्ग पर निगरानी और सुरक्षा बढ़ेगी।
सर्थल में पहले से मौजूद ब्रिगेड
कठुआ जिले के बनी तहसील के सर्थल क्षेत्र में पहले से ही एक सेना ब्रिगेड मुख्यालय मौजूद है। यह क्षेत्र समुद्र तल से 7,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और छह महीने तक बर्फ से ढका रहता है। यह ब्रिगेड भद्रवाह (डोडा) और हिमाचल प्रदेश से जुड़ा हुआ है, जिससे रणनीतिक दृष्टिकोण से इसका महत्व और बढ़ जाता है।
मोबाइल नेटवर्क की स्थापना
बिलावर क्षेत्र के दूरदराज़ इलाकों में, विशेषकर बनी क्षेत्र के लोवांग से आगे के क्षेत्रों में, स्वतंत्रता के बाद से मोबाइल नेटवर्क की सुविधा नहीं थी। हाल ही में, यहां मोबाइल टावर स्थापित किए गए हैं, जिससे पहली बार मोबाइल कॉल संभव हुई है। यह न केवल स्थानीय निवासियों, विशेषकर छात्रों के लिए लाभकारी है, बल्कि सेना के लिए भी रियल-टाइम निगरानी में सहायक होगा।
सुरक्षा के लिए उठाए गए अन्य कदम
कठुआ जिले में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि को देखते हुए, सेना और नागरिक प्रशासन के बीच समन्वय बढ़ाया गया है। रांपुर में तैनात ब्रिगेडियर और जिला मजिस्ट्रेट नियमित संपर्क में हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया दी जा सके।