भारतीय वायु सेना की स्पेन में भागीदारी: एक्सरसाइज़ ओशन स्काई 2025 और C-295 विमान की उपलब्धि
भारतीय वायु सेना (IAF) ने अपनी वैश्विक उपस्थिति और सामरिक क्षमताओं को और मज़बूत करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। IAF इस समय स्पेन के गांदो एयर बेस पर आयोजित हो रहे बहुपक्षीय हवाई युद्धाभ्यास ‘एक्सरसाइज़ ओशन स्काई 2025’ में हिस्सा ले रही है। यह अभ्यास 20 से 31 अक्टूबर 2025 तक चल रहा है और इसका उद्देश्य सहयोगी देशों के साथ रक्षा समन्वय को बढ़ावा देना, हवाई युद्ध कौशल को प्रखर बनाना और आपसी प्रशिक्षण द्वारा परिचालनिक क्षमता को मजबूत करना है।
एक्सरसाइज़ ओशन स्काई 2025 की रणनीतिक भूमिका
इस अभ्यास का आयोजन स्पेनिश वायु सेना द्वारा किया जा रहा है, जिसमें कई देशों की वायु सेनाएं भाग ले रही हैं। IAF ने इस अभ्यास में भागीदारी कर यह संकेत दिया है कि भारत वैश्विक सुरक्षा नेटवर्क का एक सक्रिय सदस्य है और वह हवाई युद्धाभ्यासों के ज़रिये रणनीतिक सहयोग को प्राथमिकता दे रहा है।
- इस तरह के बहुपक्षीय अभ्यासों से भारतीय वायु सेना को विभिन्न देशों की युद्ध रणनीतियों, उपकरणों और उड़ान तकनीकों से सीखने का अवसर मिलता है।
- IAF ने इस अभ्यास के जरिए अपने पायलटों की युद्ध स्थितियों में प्रतिक्रिया क्षमता और समन्वय को और भी परिष्कृत किया है।
C-295 विमान की तैनाती: रक्षा क्षेत्र में नया अध्याय
इस युद्धाभ्यास की पृष्ठभूमि में एक और उल्लेखनीय उपलब्धि सामने आई है — भारतीय वायु सेना ने हाल ही में 16 एयरबस C-295 सैन्य परिवहन विमानों का अधिग्रहण पूरा किया है। 3 अगस्त 2025 को सेविले, स्पेन में अंतिम विमान की आपूर्ति समय से दो महीने पहले की गई, जिसे भारतीय राजदूत दिनेश के पटनायक और IAF अधिकारियों ने ग्रहण किया।
- C-295 एक बहु-भूमिका सैन्य परिवहन विमान है, जो सैनिकों और सामग्री की ढुलाई, समुद्री निगरानी, संचार खुफिया, निकट हवाई समर्थन, वीआईपी परिवहन, मेडिकल इवाक्यूएशन और अग्निशमन जैसे कार्यों में सक्षम है।
- यह विमान दुनिया के सबसे भरोसेमंद और बहुउद्देश्यीय एयरलिफ्टर्स में गिना जाता है, जिसमें 300 से अधिक इकाइयाँ अनुबंधित हैं।
‘मेक इन इंडिया’ के तहत रक्षा सहयोग
भारत और स्पेन के बीच रक्षा साझेदारी में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। 2.5 अरब अमेरिकी डॉलर के अनुबंध के तहत भारत ने कुल 56 C-295 विमान खरीदने का समझौता किया है, जिनमें से 40 विमान भारत में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स द्वारा बनाए जाएंगे।
- यह भारत के रक्षा विमान क्षेत्र में पहला ‘मेक इन इंडिया’ परियोजना है, जिससे न केवल घरेलू रक्षा उत्पादन को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि तकनीकी आत्मनिर्भरता भी सशक्त होगी।
- भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने 13 सितंबर 2023 को स्पेन में पहले विमान की औपचारिक प्राप्ति की थी।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- एक्सरसाइज़ ओशन स्काई स्पेन द्वारा आयोजित एक प्रमुख हवाई युद्धाभ्यास है, जिसमें NATO और अन्य साझेदार देश भाग लेते हैं।
- C-295 विमान की अधिकतम पेलोड क्षमता लगभग 9 टन होती है।
- यह विमान 1,300 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है और असमतल हवाई पट्टियों पर भी लैंडिंग करने में सक्षम है।
- भारत द्वारा खरीदे गए C-295 विमानों में स्वदेशी एवियोनिक्स और डिफेंस सिस्टम भी लगाए जाएंगे।