भारतीय रिज़र्व बैंक ने किस समिति की सिफारिश के बाद नाबार्ड तथा NHB में अपनी हिस्सेदारी सरकार को बेचने का निर्णय लिया?

उत्तर – नरसिम्हन समिति

भारतीय रिज़र्व बैंक ने नाबार्ड तथा नेशनल हाउसिंग बैंक (NHB) में अपनी सम्पूर्ण हिस्सेदारी सरकार को 20 करोड़ रुपये तथा 1,450 करोड़ रुपये में क्रमशः बेच दी है।

विनिवेश

  • विनिवेश का यह निर्णय द्वितीय नरसिम्हन समिति की अनुशंसा पर आधारित है। समिति ने कहा था कि भारतीय रिज़र्व बैंक की हिस्सादारी उन इकाइयों में नहीं हो सकती, जिनका वह विनियमन करती है।
  • अब नेशनल हाउसिंग बोर्ड तथा नाबार्ड की 100% हिस्सेदारी सरकार के पास है।
  • इससे पहले जून, 2018 में सरकार ने भारतीय रिज़र्व बैंक से SBI की 59.7% हिस्सेदारी खरीदी थी।

राष्ट्रीय कृषि व ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड)

नाबार्ड बैंक भारत के अग्रणी विकास बैंकों में से एक है। इसकी स्थापना 12 जुलाई, 1982 को की गयी थी, इसका मुख्यालय महाराष्ट्र के मुंबई में स्थित हैं। यह बैंक मुख्य रूप से कृषि वित्त/ऋण सम्बन्धी कार्य करता है। नाबार्ड ग्रामीण क्षेत्रों में विकास तथा आर्थिक उन्नति के लिए ऋण की व्यवस्था करवाता है।

राष्ट्रीय हाउसिंग बोर्ड (NHB)

राष्ट्रीय हाउसिंग बोर्ड (NHB) एक रेगुलेटरी संस्था है, यह आवास के लिए साख के प्रवाह को विनियमित करती है। यह आवास के लिए सर्वोच्च वित्तीय संस्थान है। इसकी स्थापना 9 जुलाई, 1988 को की गयी थी। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।

Originally written on April 27, 2019 and last modified on April 27, 2019.

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