भारतीय मूल की पत्रकार मेघा राजगोपालन (Megha Rajagopalan) ने जीता पुलित्ज़र पुरस्कार 2021

हाल ही में भारतीय मूल की पत्रकार मेघा राजगोपालन, एलिसन किलिंग और क्रिस ब्रुशेक ने पुलित्ज़र पुरस्कार 2021 जीता। उन्हें यह पुरस्कार चीन के शिन्झियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों के लिए बनाये गये डिटेंशन कैम्पस की जानकारी दुनिया तक पहुंचाने के  लिए यह पुरस्कार दिया गया है।

चीन में उइगरों की स्थिति

चीन ने शिनजियांग प्रांत में उइगर और अन्य तुर्क मुसलमानों को नियंत्रित करने के लिए अपने प्रयासों को तेज कर दिया है। इसके लिए चीन ने कई प्रकार के कार्यक्रम शुरू किये हैं, इसमें महिलाओं की नसबंदी, शिविरों में बड़े पैमाने पर इंटर्नशिप, ज़बरन श्रम कार्यक्रम, व्यापक तकनीकी और मानव निगरानी इत्यादि शामिल हैं। हालांकि, चीन इन सभी आरोपों को खारिज करता है। चीन का तर्क है कि ये शिविर व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र हैं जो धार्मिक अतिवाद का मुकाबला करने के लिए आवश्यक हैं।

पुलित्ज़र पुरस्कार (Pulitzer Prize)

पुलित्ज़र पुरस्कार अमेरिका में अख़बार, मैगज़ीन, ऑनलाइन पत्रकारिता, साहित्य और संगीत के लिए दिया जाता है। इसकी स्थपाना 1917 में की गयी थी। यह पुरस्कार 21 श्रेणियों में दिया जाता है। प्रत्येक विजेता को एक प्रमाण पत्र और 15,000 डॉलर इनामस्वरुप दिए जाते हैं। इस पुरस्कार का नाम जोसफ पुलित्ज़र के नाम पर रखा गया है, वे एक अमेरिकी समाचार प्रकाशक थे।

Originally written on June 14, 2021 and last modified on June 14, 2021.

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