भारतीय पनडुब्बी ने पहली बार इंडोनेशिया में डॉक किया

भारतीय पनडुब्बी ने पहली बार इंडोनेशिया में डॉक किया

सुंडा जलडमरूमध्य (Sunda Strait) को पार करने के बाद, भारतीय पनडुब्बी INS सिंधुकेसरी ने इंडोनेशिया में डॉक किया। यह पहली बार है जब कोई भारतीय पनडुब्बी इंडोनेशिया में डॉकिंग कर रही है। इसके साथ, INS सिंधुकेसरी ने भारत-इंडोनेशिया संबंधों में इतिहास रच दिया है।

महत्व

यह डॉकिंग क्षेत्र में भारत की बढ़ती सैन्य पहुंच को दर्शाती है। साथ ही, यह आसियान में एक राजनयिक भूमिका निभाने वाला खिलाड़ी होने की भारत की प्रकृति को दर्शाता है। भारत के जहाज इंडोनेशिया और अन्य आसियान देशों की यात्रा करते हैं। हालाँकि, यह पहली बार है, जब कोई पनडुब्बी इंडोनेशिया का दौरा कर रही है।

INS सिंधुकेसरी

यह एक डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बी है। यह प्रोजेक्ट 877 के एक भाग के रूप में डिजाइन किए गए सिंधुघोष वर्ग से संबंधित है। सिंधुघोष वर्ग मूल रूप से सोवियत संघ के KILO वर्ग की प्रतिकृति है। यह 220 किमी तक मिसाइल लॉन्च कर सकती है।

चीन की भूमिका

भारत ने अपनी पनडुब्बी को उस समय डॉक किया जब दक्षिण चीन सागर को लेकर विवाद अपने चरम पर है। यह विवाद चीन और इस क्षेत्र के अन्य देशों के बीच है। चीन इस क्षेत्र में कृत्रिम सैन्य द्वीप बना रहा है और अपने EEZs का विस्तार कर रहा है। अब INS सिंधुकेसरी के अलावा, अमेरिका का सबसे बड़ा विमानवाहक पोत USS निमित्ज़ भी इस क्षेत्र में डॉक किया गया है।

भारत ने हाल ही में फिलीपींस के कर्मियों के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए थे।

Originally written on February 24, 2023 and last modified on February 24, 2023.

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