भारतीय नौसेना के नए ध्वज (Indian Navy’s New Ensign) का अनावरण किया गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में भारतीय नौसेना के नए ध्वज का अनावरण किया जो महान भारतीय सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज की मुहर से प्रेरणा लेता है।
मुख्य बिंदु
- इस नए ध्वज के दो मुख्य घटक हैं: ऊपरी बाएँ में कैंटन राष्ट्रीय पताका, और फ्लाई साइड के केंद्र में एक नेवी ब्लू-गोल्ड अष्टकोण।
- सेंट जॉर्ज क्रॉस को इस नए ध्वज से हटा दिया गया है। अब ऊपर बाईं ओर तिरंगा बनाया गया है। इसके आगे नीले रंग की पृष्ठभूमि पर सुनहरे रंग में अशोक का प्रतीक है। इसके नीचे संस्कृत भाषा में ‘शम नो वरुणः’ लिखा है। इसका अर्थ है कि जल के देवता वरुण हमारे लिए शुभ हैं।
- इस नए ध्वज में नीला अष्टकोणीय आकार आठ दिशाओं का प्रतिनिधित्व करता है, जो भारतीय नौसेना की बहुआयामी पहुंच और बहु-कार्यात्मक परिचालन क्षमता का प्रतीक है, जबकि लंगर का प्रतीक “दृढ़ता” का प्रतिनिधित्व करता है।
- भारत ब्रिटिश उपनिवेश से स्वतंत्र हुआ, लेकिन भारतीय नौसेना का पताका ब्रिटिश काल की झलक बनकर रह गया। नौसेना के ध्वज पर देखा जाने वाला लाल क्रॉस ‘सेंट जॉर्ज क्रॉस’ है, जो कभी अंग्रेजी ध्वज, यूनियन जैक का हिस्सा था।
- यह रेड क्रॉस नेवी का प्रतीक चिन्ह है और तिरंगे को ऊपर बाईं ओर रखा गया था। वर्ष 2001 में इस ध्वज में परिवर्तन किया गया और इसमें से रेड क्रॉस को हटा दिया गया और इसके स्थान पर नीले रंग में अशोक चिन्ह बनाया गया।
- हालांकि, ऐसी शिकायत थी कि नीला रंग समुद्र और आकाश के साथ मिल जाता है, जिसके कारण यह दिखाई नहीं देता है। इसके बाद 2004 में इसे फिर से बदल दिया गया और रेड क्रॉस की स्थापना की गई। लेकिन इस बार अशोक चिन्ह को रेड क्रॉस के बीच में रखा गया था।
- 2014 में, इसे फिर से बदल दिया गया और अशोक चिन्ह के नीचे ‘सत्यमेव जयते’ लिखा गया।
Originally written on
September 4, 2022
and last modified on
September 4, 2022.