‘भारतजेन’: भारतीय भाषाओं के लिए पहला देशज जनरेटिव एआई प्लेटफॉर्म

भारत ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए ‘भारतजेन’ (Bharat Gen) नामक पहला स्वदेशी, बहुभाषी और बहुआयामी जनरेटिव एआई प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। यह पहल भारतीय भाषाओं और सांस्कृतिक विविधता को ध्यान में रखते हुए विकसित की गई है, जिससे तकनीकी नवाचार को समावेशी और जनउपयोगी बनाया जा सके।
क्या है भारतजेन?
भारतजेन एक मल्टीमॉडल लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) है जो टेक्स्ट, वाणी और चित्र को एकीकृत करता है। इसे भारतीय भाषाओं में सहज रूप से संवाद करने और विभिन्न क्षेत्रों में AI समाधान देने के लिए तैयार किया गया है। यह मॉडल 22 भारतीय भाषाओं में कार्य करने में सक्षम है।
किसके द्वारा विकसित किया गया है यह मॉडल?
भारतजेन को नेशनल मिशन ऑन इंटरडिसिप्लिनरी साइबर फिजिकल सिस्टम्स (NM-ICPS) के तहत विकसित किया गया है और इसे IIT बॉम्बे में IoT और IoE के लिए TIH फाउंडेशन के माध्यम से क्रियान्वित किया गया है। यह पूरी तरह से सरकारी वित्त पोषित है और इसमें देश के प्रमुख शैक्षणिक संस्थान, विशेषज्ञ और नवप्रवर्तक शामिल हैं।
भारतजेन का उद्देश्य और महत्त्व
इस पहल का लक्ष्य है:
- भारत के लिए एक नैतिक, समावेशी और भारतीय मूल्यों पर आधारित एआई विकसित करना।
- स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि और शासन जैसे क्षेत्रों में स्थानीय भाषा आधारित समाधान देना।
- ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में लोगों को तकनीक से जोड़ना और उनकी भाषा में सेवाएँ उपलब्ध कराना।
भाषाई और सामाजिक समावेशन की दिशा में एक बड़ा कदम
डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस मॉडल को ‘इंडिया का टेकाडे’ (Techade) की दिशा में एक राष्ट्रीय मिशन बताया, जो न केवल नवाचार बल्कि समावेशन पर भी केंद्रित है। उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र की एक मिसाल दी, जहाँ एक एआई-आधारित डॉक्टर मरीज की मातृभाषा में संवाद करता है, जिससे इलाज की प्रभावशीलता और भरोसे में वृद्धि होती है।
नवाचार, शिक्षा और स्टार्टअप्स को मिलेगा बढ़ावा
भारतजेन न केवल तकनीक का विस्तार करेगा बल्कि:
- विद्यार्थियों को तकनीकी और मानवीकी विषयों का समन्वय कर नवाचार करने के लिए प्रेरित करेगा।
- जमीनी स्तर पर शासन को अधिक प्रभावी और उत्तरदायी बनाएगा।
- स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देगा, विशेषकर कृषि तकनीक में।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- भारतजेन 22 भारतीय भाषाओं में कार्य करने वाला पहला स्वदेशी जनरेटिव एआई मॉडल है।
- इसे IIT बॉम्बे के तहत TIH फाउंडेशन द्वारा विकसित किया गया है।
- भारतजेन के विकास में 25 टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब (TIH) और 4 टेक्नोलॉजी ट्रांसलेशनल रिसर्च पार्क (TTRP) शामिल हैं।
- यह NM-ICPS मिशन के तहत चार स्तंभों पर आधारित है: तकनीकी विकास, उद्यमिता, मानव संसाधन विकास और अंतरराष्ट्रीय सहयोग।
- भारतजेन समिट के दौरान जनरेटिव एआई हैकाथॉन 2025 का भी शुभारंभ हुआ, जिसमें विद्यार्थियों को वास्तविक समस्याओं के समाधान के लिए प्रेरित किया गया।
भारतजेन का शुभारंभ भारत के तकनीकी परिदृश्य में एक क्रांतिकारी पहल है। यह न केवल भाषाई विविधता को सम्मान देता है, बल्कि तकनीक को आमजन के लिए सुलभ और प्रभावी बनाता है। इसके माध्यम से भारत वैश्विक एआई परिदृश्य में एक मजबूत और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में उभरने की दिशा में अग्रसर है।