ब्रांड इंडिया मिशन क्या है?

भारत सरकार देश में निर्मित उत्पादों की गुणवत्ता को बढ़ावा देने के लिए ब्रांड इंडिया मिशन शुरू करने जा रही है। इस मिशन को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा संचालित किया जा रहा है। यह मिशन स्विट्जरलैंड, अमेरिका, जर्मनी और फ्रांस जैसे अन्य देशों की नीतियों की तरह ही है।

ब्रांड इंडिया मिशन

ब्रांड इंडिया पहल के तहत, भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों उपभोक्ताओं को भारत में बनने वाले उत्पादों के बारे में शिक्षित किया जायेगा। यह मिशन भारत को अपने नेतृत्व की स्थिति और गुणवत्ता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करने में मदद करेगा।

इस मिशन का मुख्य उद्देश्य स्थानीय उत्पादन को बढ़ाना है। ब्रांड इंडिया पहल भारत में उत्पादित सामानों को टैग प्रदान करेगी। टैग प्राप्त करने के लिए, निर्मित वस्तुओं को देश के निर्धारित स्वास्थ्य और सुरक्षा मानकों का अनुपालन करना होगा। इसके अलावा, ऐसे निर्मित सामानों में न्यूनतम 20% स्थानीय सामग्री होनी चाहिए। साथ ही, इन कंपनियों का मुख्यालय भारत में ही होना चाहिए। इस प्रकार के उत्पादों को मेड इन इंडिया टैग प्राप्त होगा। इससे आर्थिक विकास, निर्यात और रोजगार को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। इस मिशन के तहत प्रमाणन प्रक्रिया 6 से 10 दिनों के भीतर पूरी की जाएगी।

योजना क्या है?

  • यह मिशन शुरू में टायर और रबर उद्योग पर फोकस करेगा।इसके तहत निजी निवेश के माध्यम से रबर प्लांटेशन को प्रोत्साहित किया जायेगा।
  • इसके अतिरिक्त, अन्य क्षेत्रों की पहचान औद्योगिक नेताओं द्वारा की जा रही है।वे अगले 10 वर्षों में विनिर्माण क्षेत्र में 200 लाख करोड़ रुपये का एक कार्यसूची एजेंडा प्रस्तुत करेंगे।
  • यह मिशन “न्यू इंडिया” का एक महत्वपूर्ण बिल्डिंग ब्लॉक होगा।

न्यू इंडिया

न्यू इंडिया की रणनीति को नीति आयोग ने प्रस्तुत किया था। इस रणनीति के तहत नीति आयोग ने 2022 तक हासिल करने वाले लक्ष्य सामने रखे थे। न्यू इंडिया रणनीति के तहत 41 विभिन्न क्षेत्रों की पहचान की गयी है, विकास के लिए इन क्षेत्रों में कार्य करने की आवश्यकता है। यह क्षेत्र हैं : विकास, रोजगार और श्रम सुधार, प्रौद्योगिकी और नवाचार, उद्योग, किसानों की आय को दोगुना करना, वित्तीय समावेश, सभी के लिए आवास, यात्रा पर्यटन और आतिथ्य, खनिज, ऊर्जा, भूतल परिवहन, रेलवे, नागरिक उड्डयन, शिपिंग और अंतर्देशीय जलमार्ग, लॉजिस्टिक्स, डिजिटल कनेक्टिविटी, स्मार्ट सिटीज इत्याद।

Originally written on December 16, 2020 and last modified on December 16, 2020.

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