बोल्ड कुरुक्षेत्र अभ्यास (Exercise Bold Kurukshetra) का आयोजन किया गया

बोल्ड कुरुक्षेत्र अभ्यास (Exercise Bold Kurukshetra) का आयोजन किया गया

भारत और सिंगापुर की सेनाओं के बीच एक द्विपक्षीय अभ्यास बोल्ड कुरुक्षेत्र (Exercise Bold Kurukshetra) का 13वां संस्करण 6 मार्च से 13 मार्च, 2023 तक जोधपुर सैन्य स्टेशन, भारत में आयोजित किया गया। इस संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य सहयोग को बढ़ाना, यंत्रीकृत युद्ध की एक आम समझ बनाना, उभरते खतरों का मुकाबला करना और उभरती प्रौद्योगिकियों के अनुकूल होना है। इसने दोनों सेनाओं को आधुनिक युद्ध क्षेत्र में विचारों और सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करने का अवसर भी प्रदान किया।

कमांड पोस्ट अभ्यास में दोनों सेनाओं की भागीदारी

एक्सरसाइज बोल्ड कुरुक्षेत्र के 2023 संस्करण ने पहली बार चिह्नित किया कि दोनों सेनाओं ने कमांड पोस्ट अभ्यास में भाग लिया। इसमें बटालियन और ब्रिगेड स्तर के नियोजन तत्व और कंप्यूटर वॉरगेमिंग शामिल थे। इस अभ्यास में 42वीं बटालियन, सिंगापुर आर्मर्ड रेजिमेंट और भारतीय सेना की आर्मर्ड ब्रिगेड के सैनिकों ने हिस्सा लिया। संयुक्त प्रशिक्षण एक संयुक्त कमांड पोस्ट के माध्यम से नियंत्रित संयुक्त परिचालन और सामरिक प्रक्रियाओं का उपयोग करके एक कंप्यूटर सिमुलेशन-आधारित वॉरगेम के माध्यम से इंटरऑपरेबिलिटी विकसित करने पर केंद्रित था।

एक्सरसाइज बोल्ड कुरुक्षेत्र के उद्देश्य

इस अभ्यास का उद्देश्य उभरते हुए खतरों और उभरती प्रौद्योगिकियों में यंत्रीकृत युद्ध की एक आम समझ को बढ़ावा देना है। इसने दोनों टुकड़ियों को एक-दूसरे के संचालन अभ्यास और प्रक्रियाओं के बारे में जानने का अवसर प्रदान किया, साथ ही आधुनिक युद्ध क्षेत्र में विचारों का आदान-प्रदान और सर्वोत्तम प्रथाओं का पालन किया।

अभ्यास बोल्ड कुरुक्षेत्र सिंगापुर सेना और भारतीय सेना के बीच संयुक्त सेना प्रशिक्षण और अभ्यास के लिए द्विपक्षीय व्यवस्था के दायरे में आयोजित किया गया था। यह सिंगापुर और भारत के बीच मजबूत और लंबे समय से चले आ रहे द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को रेखांकित करता है और दोनों सेनाओं के बीच सहयोग को बढ़ाता है।

द्विपक्षीय रक्षा संबंधों का महत्व

यह अभ्यास सिंगापुर और भारत के बीच द्विपक्षीय रक्षा संबंधों के महत्व पर प्रकाश डालता है। दोनों देश उच्च स्तरीय यात्राओं, नीतिगत संवादों, पाठ्यक्रमों और अन्य पेशेवर आदान-प्रदानों के माध्यम से नियमित रूप से बातचीत करते हैं। दोनों देशों के रक्षा प्रतिष्ठान रक्षा, सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ अपने आपसी सहयोग को बढ़ाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।

Originally written on March 16, 2023 and last modified on March 16, 2023.

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