बॉन जलवायु परिवर्तन सम्मेलन 2025: वैश्विक अनुकूलन लक्ष्यों और जलवायु वित्त पर फोकस

16 जून से जर्मनी के बॉन शहर में आरंभ हुआ वार्षिक बॉन जलवायु परिवर्तन सम्मेलन इस वर्ष भी वैश्विक जलवायु संवाद का महत्वपूर्ण पड़ाव बनकर उभरा है। संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) के अंतर्गत होने वाला यह सम्मेलन 26 जून तक चलेगा और इसमें 5,000 से अधिक सरकारी प्रतिनिधि, वैज्ञानिक, अंतर्राष्ट्रीय संगठन, नागरिक समाज और आदिवासी प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।

बॉन जलवायु सम्मेलन: क्या है इसका महत्व?

यह सम्मेलन UNFCCC की दो स्थायी सहायक संस्थाओं — कार्यान्वयन के लिए सहायक संस्था (SBI) और वैज्ञानिक तथा तकनीकी सलाह के लिए सहायक संस्था (SBSTA) — द्वारा आयोजित किया जाता है। इसे औपचारिक रूप से “Sessions of the UNFCCC Subsidiary Bodies” कहा जाता है। यह सम्मेलन COP (Conference of Parties) के अतिरिक्त UNFCCC द्वारा आयोजित होने वाला एकमात्र नियमित जलवायु शिखर सम्मेलन है।
इसका उद्देश्य जलवायु वार्ताओं के तकनीकी और वैज्ञानिक पहलुओं पर चर्चा करना और वर्ष के अंत में आयोजित होने वाले COP सम्मेलन के लिए एजेंडा तय करना होता है। साथ ही, यह सम्मेलन पिछले COP में लिए गए निर्णयों की प्रगति की समीक्षा का भी मंच होता है।

इस वर्ष का प्रमुख एजेंडा

इस वर्ष सम्मेलन का प्रमुख विषय “वैश्विक अनुकूलन लक्ष्य” (Global Goal on Adaptation – GGA) है। पेरिस समझौते (2015) में GGA की नींव रखी गई थी, लेकिन वास्तविक प्रगति COP28 (दुबई) में हुई जब इसके लिए एक रूपरेखा को अपनाया गया।
GGA का उद्देश्य यह तय करना है कि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के अनुरूप ढलने के लिए वैश्विक स्तर पर क्या सामूहिक लक्ष्य होना चाहिए — ठीक वैसे ही जैसे तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस के भीतर रखने का लक्ष्य शमन (mitigation) के लिए है।

दो प्रमुख सहायक संस्थाएं: SBI और SBSTA

  • SBI (Subsidiary Body for Implementation): यह संस्था UNFCCC के निर्णयों के क्रियान्वयन की समीक्षा करती है और विकासशील देशों को वित्तीय एवं तकनीकी सहायता प्रदान करने की दिशा में कार्य करती है।
  • SBSTA (Subsidiary Body for Scientific and Technological Advice): यह संस्था जलवायु परिवर्तन से संबंधित वैज्ञानिक और तकनीकी जानकारी पर सलाह देती है और इसे IPCC (Intergovernmental Panel on Climate Change) और नीति निर्माताओं के बीच सेतु की भूमिका के रूप में देखा जाता है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • बॉन जलवायु परिवर्तन सम्मेलन, UNFCCC के अंतर्गत आयोजित एक वार्षिक मध्यवर्षीय बैठक है।
  • UNFCCC की स्थापना 1992 में हुई थी और इसका उद्देश्य वैश्विक जलवायु वार्ताओं को दिशा देना है।
  • सम्मेलन दो स्थायी सहायक संस्थाओं — SBI और SBSTA — द्वारा संचालित होता है।
  • यह सम्मेलन COP का एजेंडा तय करता है और पूर्व COP सम्मेलनों के निर्णयों के क्रियान्वयन की समीक्षा करता है।

बॉन सम्मेलन उन जटिल विषयों पर बहस और सहमति का अवसर प्रदान करता है जो COP में अंतिम निर्णय का आधार बनते हैं। जलवायु अनुकूलन को लेकर साझा लक्ष्य निर्धारित करने की दिशा में यह सम्मेलन नीति निर्माताओं के लिए एक निर्णायक पड़ाव साबित हो सकता है। जैसा कि हार्वर्ड कैनेडी स्कूल की रिपोर्ट बताती है, “बॉन की सिफारिशें COP के निर्णयों में प्रत्यक्ष रूप से दिखाई देती हैं” — यही कारण है कि यह सम्मेलन वैश्विक जलवायु नेतृत्व के लिए रणनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

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