‘फ्रीडम एज 2025’: त्रिपक्षीय सैन्य अभ्यास से एशिया-प्रशांत में बढ़ा तनाव, उत्तर कोरिया ने दी चेतावनी

दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान ने 15 से 19 सितंबर 2025 के बीच ‘फ्रीडम एज’ नामक त्रिपक्षीय बहु-डोमेन सैन्य अभ्यास की शुरुआत की है। यह अभ्यास दक्षिण कोरिया के जेजू द्वीप के पूर्व और दक्षिण में अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में आयोजित किया जा रहा है और इसका उद्देश्य तीनों देशों के बीच रणनीतिक समन्वय और संचालन क्षमता को मज़बूत करना है।

अभ्यास की प्रमुख विशेषताएँ

  • यह फ्रीडम एज का तीसरा संस्करण है; इसके पहले दो अभ्यास जून और नवंबर 2024 में हुए थे।
  • यह पहला मौका है जब यह अभ्यास दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली जे म्युंग और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में हो रहा है।
  • अभ्यास में बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा, वायु रक्षा प्रशिक्षण, मेडिकल इवैकुएशन, और समुद्री हस्तक्षेप अभियानों का समावेश किया गया है।
  • US Indo-Pacific Command ने इसे त्रिपक्षीय रक्षा सहयोग की अब तक की सबसे उन्नत प्रदर्शनी बताया है।

उत्तर कोरिया की तीखी प्रतिक्रिया

उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन की बहन और पार्टी की सेंट्रल कमेटी की उप निदेशक किम यो जोंग ने इस अभ्यास को “खतरनाक विचार” और “अविवेकी शक्ति प्रदर्शन” करार दिया है। उन्होंने कहा:
“यह शक्ति प्रदर्शन गलत स्थानों, विशेष रूप से डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (DPRK) के आसपास किया जा रहा है, और इसका परिणाम इन देशों के लिए घातक हो सकता है।”

“Iron Mace” और परमाणु नीति

  • इस अभ्यास के बाद अमेरिका और दक्षिण कोरिया एक “Iron Mace” tabletop ड्रिल आयोजित करेंगे, जिसमें पारंपरिक और परमाणु क्षमताओं का एकीकरण कर उत्तर कोरिया के खतरे से निपटने की रणनीति बनाई जाएगी।
  • उत्तर कोरिया ने साफ कर दिया है कि वह अब परमाणु हथियार संपन्न राष्ट्र है और अपनी स्थिति में कोई बदलाव नहीं करेगा।

उत्तर कोरिया का कूटनीतिक रुख

  • उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के साथ परमाणु वार्ता में कोई रुचि नहीं दिखाई है।
  • पिछले कुछ वर्षों में रूस और चीन के साथ संबंध मज़बूत हुए हैं। किम जोंग उन हाल ही में बीजिंग में राष्ट्रपति शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन के साथ एक सैन्य परेड में भी शामिल हुए।
  • उत्तर कोरिया ने रूस के कुर्स्क क्षेत्र में हजारों सैनिक तैनात किए हैं और पारंपरिक सेना के साथ-साथ अपने परमाणु कार्यक्रम को भी तेज़ी से आगे बढ़ाने की घोषणा की है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • फ्रीडम एज त्रिपक्षीय अभ्यास का उद्देश्य एशिया-प्रशांत क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखना है।
  • दक्षिण कोरिया में लगभग 28,500 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं।
  • US Indo-Pacific Command अमेरिका की क्षेत्रीय सुरक्षा रणनीति का प्रमुख अंग है।
  • किम यो जोंग, किम जोंग उन की विश्वसनीय सलाहकार मानी जाती हैं और उनकी टिप्पणियों को उत्तर कोरियाई नीति का संकेत माना जाता है।

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