फ्रांस और ग्रीस ने रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए

फ्रांस और ग्रीस ने रक्षा क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए 27 सितंबर, 2021 को एक रक्षा सौदे पर हस्ताक्षर किए।
मुख्य बिंदु
- रक्षा सौदे में तुर्की के साथ बार-बार तनाव के बीच पूर्वी भूमध्य सागर में अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने की रणनीति के तहत तीन फ्रांसीसी युद्धपोतों को खरीदने का ग्रीन का निर्णय शामिल है।
- फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और ग्रीस के प्रधानमंत्री क्यारीकोस मित्सोटाकिस ने पेरिस में एक संयुक्त समाचार सम्मेलन में रक्षा और सुरक्षा रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की।
- दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी आपसी हितों के आधार पर रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में उनके बीच सहयोग को बढ़ाएगी।
- यह दोनों देशों में संप्रभुता, स्वतंत्रता, क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने में भी मदद करेगा।
सौदे के बारे में
- रक्षा सौदे के तहत ग्रीस तीन फ्रांसीसी युद्धपोत खरीदेगा।
- इस सौदे में चौथे युद्धपोत के अधिग्रहण का विकल्प भी शामिल है।
पृष्ठभूमि
- हाल ही में ऑस्ट्रेलिया को डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियां बेचने का 66 अरब डॉलर का सौदा गंवाने के बाद फ्रांस के लिए यह घोषणा महत्वपूर्ण समय पर की गई है। फ्रांस की पनडुब्बियों के बजाय, ऑस्ट्रेलिया ने अमेरिका से परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियों को हासिल करने का विकल्प चुना।
ग्रीस-फ्रांस रक्षा समझौता
ग्रीस पहले ही 18 फ्रेंच राफेल लड़ाकू विमान खरीद चुका है। इसने अपने सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण के लिए एक कार्यक्रम के तहत 6 अन्य जेट खरीदने की भी योजना बनाई है।
सौदे का महत्व
ग्रीस और तुर्की के बीच तनाव को देखते हुए फ्रांस और ग्रीस के बीच सौदा महत्वपूर्ण है, जो हाल के वर्षों में पूर्वी भूमध्य सागर में गैस की खोज के अधिकारों और दोनों देशों के बीच तनाव में वृद्धि हुई है।
Originally written on
September 30, 2021
and last modified on
September 30, 2021.