फिलीपींस में सुपर टाइफून फंग-वोंग (उवान) का कहर: उत्तरी लुज़ोन में तबाही

फिलीपींस में सुपर टाइफून फंग-वोंग (उवान) का कहर: उत्तरी लुज़ोन में तबाही

सुपर टाइफून फंग-वोंग, जिसे स्थानीय रूप से “उवान” नाम दिया गया है, ने उत्तरी लुज़ोन को बीती रात भारी तबाही में झोंक दिया। इस भीषण तूफान के कारण कम से कम दो लोगों की जान चली गई और दस लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा। रविवार रात औरोरा प्रांत के डिनालुंगान में लैंडफॉल के बाद तूफान ने समुद्री लहरों, मूसलधार बारिश और तेज हवाओं के साथ पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया।

लैंडफॉल और प्रारंभिक प्रभाव

फंग-वोंग के लैंडफॉल के दौरान पूर्वी तटीय इलाकों में तेज हवाओं और ऊंची समुद्री लहरों ने तबाही मचा दी। इस दौरान पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए, घरों की छतें उड़ गईं और सड़कों पर मलबा फैल गया। इसाबेला प्रांत के सैंटियागो और काउआयान जैसे क्षेत्रों में घरों को भारी नुकसान पहुंचा। कई पहाड़ी और तटीय गांव भूस्खलन और मलबे के कारण मुख्य सड़कों से कट गए, जिससे बचाव और राहत कार्यों में रुकावट आई।

वर्तमान खतरे और मौसम पूर्वानुमान

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि तूफान के फिलहाल दक्षिण चीन सागर की ओर बढ़ने के बावजूद लुज़ोन के बड़े हिस्सों में भारी बारिश, तेज हवाओं और समुद्री तूफानों का खतरा बना हुआ है। तूफान के इस सप्ताह उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने की संभावना है, जिससे ताइवान के दक्षिण और पूर्वी हिस्सों में खतरे की आशंका बढ़ गई है। नदियों में बाढ़, तटीय तूफानी लहरें और बारिश के कारण भूस्खलन अभी भी मुख्य चिंता के विषय हैं।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • लैंडफॉल स्थान: डिनालुंगान, औरोरा (रविवार रात स्थानीय समय)
  • सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए लोग: 10 लाख से अधिक
  • परिप्रेक्ष्य: यह इस वर्ष फिलीपींस में आने वाला 21वां तूफान है
  • पिछले सप्ताह आए टाइफून कल्मेगी के बाद यह दूसरा घातक तूफान है

राहत कार्य और प्राथमिकताएं

स्थानीय प्रशासन ने सोमवार सुबह से ही बचाव और रास्ता साफ करने के अभियान शुरू कर दिए हैं, विशेष रूप से उन गांवों में जो भूस्खलन और मलबे के कारण कट गए थे। प्रमुख प्राथमिकताओं में बिजली बहाली, मुख्य सड़कों को फिर से खोलना और तटीय इलाकों में राहत सामग्री पहुंचाना शामिल है। राष्ट्रीय एजेंसियों ने जनता से तूफान के बाद आने वाली बारिश की पट्टियों से जुड़ी चेतावनियों का पालन करने की अपील की है। कई प्रांतों में स्कूलों और दफ्तरों को खतरे के कम होने तक बंद रखा गया है।

Originally written on November 10, 2025 and last modified on November 10, 2025.

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