फरीदाबाद में 2,900 किलो अमोनियम नाइट्रेट जब्त: बड़ा आतंकी मॉड्यूल बेनकाब

फरीदाबाद में 2,900 किलो अमोनियम नाइट्रेट जब्त: बड़ा आतंकी मॉड्यूल बेनकाब

हरियाणा पुलिस ने फरीदाबाद में एक बड़े आतंकी नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए दो घरों से करीब 2,900 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट, एक असॉल्ट राइफल, दर्जनों टाइमर और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए हैं। यह बरामदगी न केवल एक बड़ी सुरक्षा चुनौती पेश करती है, बल्कि यह भी संकेत देती है कि देश के कई राज्यों में फैला कोई संगठित आतंकी मॉड्यूल सक्रिय हो सकता है।

अमोनियम नाइट्रेट क्या है

अमोनियम नाइट्रेट एक सफेद, क्रिस्टलीय यौगिक है जो मुख्यतः उर्वरक के रूप में प्रयोग किया जाता है। रासायनिक रूप से यह अमोनियम और नाइट्रेट आयनों से बना एक नमक है, जो अमोनिया और नाइट्रिक अम्ल के संयोजन से तैयार किया जाता है। इसकी उच्च नाइट्रोजन मात्रा इसे कृषि क्षेत्र में उपयोगी बनाती है। लेकिन यही यौगिक, अपनी ऑक्सीकरण क्षमता के कारण, अन्य ज्वलनशील पदार्थों के साथ मिलकर विस्फोटक रूप ले सकता है। सामान्य परिस्थितियों में यह स्थिर रहता है, परंतु अत्यधिक गर्मी, झटके या ईंधन के संपर्क में आने पर अत्यंत खतरनाक हो जाता है।

यह इतना खतरनाक क्यों है

अमोनियम नाइट्रेट तब विस्फोट कर सकता है जब यह तेज गर्मी, आग या किसी दहनशील पदार्थ के साथ प्रतिक्रिया में आता है। इसे जब ईंधन तेल के साथ मिलाया जाता है, तो यह “ANFO” नामक औद्योगिक विस्फोटक का रूप ले लेता है, जिसका प्रयोग खनन और निर्माण कार्यों में किया जाता है। किंतु यदि इसका दुरुपयोग किया जाए, तो यह भयावह तबाही मचा सकता है। 2020 में बेरूत बंदरगाह विस्फोट इसका एक उदाहरण है, जिसमें 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट ने हजारों लोगों की जान ले ली और शहर का बड़ा हिस्सा नष्ट कर दिया। फरीदाबाद में बरामद 2.9 टन अमोनियम नाइट्रेट भी यदि गलत हाथों में चला जाता, तो यह भारी विनाश का कारण बन सकता था।

भंडारण और बिक्री से जुड़े नियम

भारत में अमोनियम नाइट्रेट का उत्पादन, भंडारण और बिक्री ‘Explosives Act, 1884’ तथा ‘Ammonium Nitrate Rules, 2012’ के तहत सख्ती से नियंत्रित है। 45 प्रतिशत से अधिक अमोनियम नाइट्रेट वाले किसी भी मिश्रण को विस्फोटक की श्रेणी में रखा गया है। इस रासायनिक पदार्थ के निर्माता, विक्रेता और परिवहनकर्ता के पास वैध लाइसेंस होना आवश्यक है। इसके अलावा, भंडारण स्थलों पर कड़े सुरक्षा मानक लागू किए गए हैं और इसके आयात-निर्यात पर भी निगरानी रखी जाती है ताकि किसी भी प्रकार की आतंकी या अवैध गतिविधि रोकी जा सके।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • अमोनियम नाइट्रेट और ईंधन तेल के मिश्रण को ANFO कहा जाता है, जो एक औद्योगिक विस्फोटक है।
  • 2020 का बेरूत विस्फोट 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट के कारण हुआ था।
  • भारत में इसका उपयोग ‘Explosives Act, 1884’ और ‘Ammonium Nitrate Rules, 2012’ से नियंत्रित होता है।
  • 45% से अधिक अमोनियम नाइट्रेट वाला कोई भी मिश्रण कानूनी रूप से विस्फोटक माना जाता है।

फरीदाबाद की यह कार्रवाई एक बड़े आतंकी षड्यंत्र की ओर इशारा करती है। पुलिस और खुफिया एजेंसियां अब इस बात की जांच में जुटी हैं कि इतना बड़ा विस्फोटक पदार्थ कहां से आया और इसका इस्तेमाल किस उद्देश्य से होना था। इस घटना ने देशभर में सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है, और अब अमोनियम नाइट्रेट के उत्पादन से लेकर बिक्री तक की हर गतिविधि पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। यह मामला इस बात की याद दिलाता है कि औद्योगिक रसायन, यदि गलत हाथों में पड़ जाएं, तो कितने बड़े खतरे का कारण बन सकते हैं।

Originally written on November 11, 2025 and last modified on November 11, 2025.

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