प्राकृतिक रंग स्रोत एन्नाटो पर सीएसआईआर–सीएफटीआरआई का अनुसंधान: खाद्य और औद्योगिक क्षेत्र में नई संभावनाएं

प्राकृतिक रंग स्रोत एन्नाटो पर सीएसआईआर–सीएफटीआरआई का अनुसंधान: खाद्य और औद्योगिक क्षेत्र में नई संभावनाएं

वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) की अधीनस्थ प्रयोगशाला, सीएसआईआर–सेंट्रल फूड टेक्नोलॉजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (CFTRI), मैसूरु ने एन्नाटो पर गहन अनुसंधान और प्रौद्योगिकी विकास के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है। यह पहल मूल्य संवर्धन, कटाई के बाद की प्रक्रिया और खाद्य व गैर-खाद्य क्षेत्रों में एन्नाटो के विविध अनुप्रयोगों पर केंद्रित है।

एन्नाटो अनुसंधान हेतु ग्रांट-इन-एड परियोजनाएं और संस्थागत समर्थन

सीएसआईआर–सीएफटीआरआई ने एन्नाटो से संबंधित चार ग्रांट-इन-एड अनुसंधान परियोजनाएं संचालित की हैं। इनमें से तीन को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय और एक को जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) द्वारा वित्तपोषित किया गया है। संस्थान सीएसआईआर मिशन मोड परियोजना “बायोरिसोर्स कंजर्वेशन एंड प्रोस्पेक्शन (CSIR-BioCap)” का भी भाग है, जिसका उद्देश्य भोजन, सौंदर्य प्रसाधन और संबद्ध क्षेत्रों के लिए विटामिन-ई युक्त एन्नाटो तेल का विकास करना है।

सीएफटीआरआई द्वारा विकसित कटाई-उत्तर प्रौद्योगिकियां

संस्थान ने एन्नाटो के लिए कई प्रभावी कटाई-उत्तर तकनीकों का विकास किया है। इसमें बैच टाइप परकोलेशन और काउंटर-करेन्ट एक्सट्रैक्शन तकनीकों द्वारा रंग निकालने की विधि शामिल है, जिसमें चयनित सॉल्वेंट का उपयोग कर सॉल्वेंट रिकवरी और वैक्यूम डिहाइड्रेशन से क्रिस्टल जैसे रंगक तैयार किए जाते हैं। इन रंगकों को पानी में घुलनशील, तेल में घुलनशील या परिष्कृत पाउडर के रूप में तैयार किया जा सकता है।

इसके अलावा, संस्थान ने एक कम लागत वाला, सतत, विद्युत चालित एन्नाटो बीज पृथक्करण यंत्र भी तैयार किया है, जो प्रति घंटे 100 किलोग्राम फली को प्रोसेस कर सकता है और लगभग 40 किलोग्राम बीज का उत्पादन करता है।

खाद्य क्षेत्र में अनुप्रयोग और विशेष फॉर्मूलेशन

औद्योगिक यात्राओं और विशेषज्ञ सलाह के आधार पर एन्नाटो के व्यावसायिक और पारंपरिक खाद्य क्षेत्रों में उपयोग पर व्यापक अध्ययन किए गए। विभिन्न रंग सांद्रता और रंग की उपयुक्तता के लिए तेल-घुलनशील, पानी-घुलनशील, प्रोपाइलीन ग्लाइकोल (PG) आधारित, शक्कर आधारित और अम्ल-घुलनशील फॉर्मूलेशन को मानकीकृत किया गया।

  • पानी-घुलनशील प्रणाली मिठाइयों, बिरयानी, कैंडी, फास्ट फूड व वर्मिसेली में उपयुक्त पाई गई।
  • PG-आधारित फॉर्मूलेशन डेयरी, मिठाइयों और बेकरी उत्पादों के लिए प्रभावी रहे।
  • शक्कर पाउडर आधारित रूप पारंपरिक मिठाइयों में उपयोगी सिद्ध हुए।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • सीएसआईआर–सीएफटीआरआई, मैसूरु, सीएसआईआर की एक अधीनस्थ प्रयोगशाला है।
  • एन्नाटो एक प्राकृतिक रंगक है जिसका उपयोग खाद्य प्रसंस्करण में व्यापक रूप से होता है।
  • इस क्षेत्र में परियोजनाएं MoFPI और DBT द्वारा वित्तपोषित की गई हैं।
  • CSIR-BioCap परियोजना बायोरिसोर्स संरक्षण और मूल्य संवर्धन पर केंद्रित है।

फसल विशेषताएँ और कृषि तकनीक

तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय के अनुसार, एन्नाटो मध्यम रूप से सूखा सहनशील फसल है और इसे अधिक जल की आवश्यकता नहीं होती। इसकी रोपाई सामान्यतः मानसून काल (जून से सितंबर) के दौरान की जाती है। फॉरेस्ट कॉलेज एंड रिसर्च इंस्टिट्यूट, मेट्टूपालयम द्वारा एन्नाटो बीज उत्पादन बढ़ाने के लिए सटीक सिल्वीकल्चर और कैनोपी प्रबंधन पद्धतियों का विकास किया गया है।

एन्नाटो पर यह अनुसंधान भारत में प्राकृतिक रंगकों के क्षेत्र में नवाचार, आत्मनिर्भरता और बहुउद्देशीय उपयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

Originally written on December 19, 2025 and last modified on December 19, 2025.

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