प्रसिद्ध फ़िलिस्तीनी अभिनेता और फिल्म निर्माता मोहम्मद बक्रि का निधन

प्रसिद्ध फ़िलिस्तीनी अभिनेता और फिल्म निर्माता मोहम्मद बक्रि का निधन

प्रसिद्ध फ़िलिस्तीनी अभिनेता और फ़िल्म निर्माता मोहम्मद बक्रि का 24 दिसंबर को 72 वर्ष की आयु में दिल से सम्बंधित जटिलताओं के कारण निधन हो गया। वे इस्राइल में अपनी बीमारी के चलते अस्वस्थ थे और उनके निधन के तुरंत बाद उनके पैतृक गाँव अल‑बीनेह, जो उत्तरी इस्राइल में स्थित है, में ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। बक्रि की मृत्यु पर वैश्विक फ़िल्म समुदाय में गहन शोक की लहर दौड़ पड़ी है, क्योंकि उन्होंने अपने लंबे करियर में शक्तिशाली अभिनय और बेबाक कला‑भावना के लिए अपनी पहचान बनाई थी।

अंतर्राष्ट्रीय पहचान और सिनेमा के जरिये सफ़लता

मोहम्मद बक्रि ने फ़िल्मी दुनिया में सबसे पहले व्यापक अंतर्राष्ट्रीय मान्यता 1984 की ओस्कर नामांकित फ़िल्म “बियॉन्ड द वॉल्स” (दीवारों के पार) के माध्यम से हासिल की। यह फ़िल्म जेल के अंदर जीवन और मानवीय पीड़ा को एक गंभीर और संवेदनशील दृष्टिकोण से प्रस्तुत करती है। इस फ़िल्म में बक्रि के अभिनय ने उन्हें एक गंभीर कलाकार के रूप में स्थापित किया, जो राजनीतिक और भावनात्मक रूप से जटिल किरदारों को सहजता से निभा सकते हैं।

इसके दशकों बाद बक्रि ने लोकप्रिय अमेरिकी टेलीविज़न सीरीज़ “होमलैंड” में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यहाँ उन्होंने अफ़ग़ानिस्तान के उपराष्ट्रपति के रूप में एक जटिल और तनावपूर्ण किरदार अदा किया, जिसका प्रदर्शन क्लेयर डेनज़ के समानान्तर एक सूक्ष्म और प्रभावशाली अनुभव था।

संघर्ष, पहचान और कहानियों की खोज

अपने पूरे करियर में बक्रि ने हमेशा उन कहानियों को चुनने पर जोर दिया जो फ़िलिस्तीनी अनुभव, उत्पीड़न और गरिमा की लड़ाई को उजागर करती थीं। उनकी रचनात्मकता केवल अभिनय तक सीमित नहीं थी, बल्कि उन्होंने निर्देशन के क्षेत्र में भी साहसिक विषयों को छुआ। 2003 में बनाई गई डॉक्यूमेंटरी “जेनिन, जेनिन” इस संघर्षशील रुझान का उत्कृष्ट उदाहरण है। इस फिल्म में फ़िलिस्तीनी शरणार्थियों के साक्षात्कार शामिल हैं, जो सैन्य अभियानों के दौरान उनके अनुभवों को प्रदर्शित करते हैं। इस फिल्म को इस्राइल में प्रतिबंधित कर दिया गया था और विवादों तथा कानूनी लड़ाइयों का विषय बन गया। अंततः 2022 में इस प्रतिबंध को बरकरार रखा गया, जिससे यह एक लंबी स्वतंत्र अभिव्यक्ति से जुड़ी लड़ाई के रूप में याद किया जाता है।

2005 में बक्रि द्वारा निर्देशित फ़िल्म “सिंस यू’व बीन गोन” भी फ़िलिस्तीनी लेखक और नेता एमील हबीबी के जीवन और विचारों पर आधारित थी, जिसने दर्शकों में व्यापक चर्चा उत्पन्न की।

विस्तृत फ़िल्म और टेलीविजन करियर

बक्रि का फ़िल्मोग्राफी बेहद विविध और विस्तृत रही। उन्होंने विभिन्न महाद्वीपों और शैलियों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी उल्लेखनीय फ़िल्मों और सीरीज़ों में “द नाईट ऑफ़”, “टिरैंट”, “द काहिरा कांस्पिरेसी”, “वाजिब” और “द फ़्लावर्स ऑफ़ क़िरकुक” शामिल हैं। इसके अलावा वे “ऑल दैट्स लेफ्ट ऑफ यू” जैसी परियोजनाओं का हिस्सा भी थे, जो अगले वर्ष रिलीज़ होने वाली थी।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

• मोहम्मद बक्रि फ़लस्तीनी अभिनेता और डॉक्यूमेंटरी फ़िल्म निर्माता के रूप में जाने जाते थे।
• “बियॉन्ड द वॉल्स” को सर्वश्रेष्ठ विदेशी भाषा फ़िल्म के लिए ऑस्कर नामांकन मिला था।
• “जेनिन, जेनिन” इस्राइल में प्रतिबंधित फ़िल्मों में से एक थी और यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का प्रतीक बनी।
• बक्रि के काम में संघर्ष, पहचान और प्रतिरोध की थीम हमेशा प्रमुख रहीं।

मोहम्मद बक्रि की कला और प्रतिबद्धता न केवल मध्य पूर्वी सिनेमा में बल्कि विश्वभर में राजनीतिक रूप से संवेदनशील फ़िल्मों के क्षेत्र में स्थायी छाप छोड़ गई है। उनके साहस, सच्चाई और मानवीय अनुभवों के चित्रण का प्रभाव आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करता रहेगा।

Originally written on December 27, 2025 and last modified on December 27, 2025.

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