पोलैंड में राष्ट्रव्यापी सैन्य प्रशिक्षण अभियान: 2026 तक 4 लाख नागरिक होंगे प्रशिक्षित
पोलैंड ने अपनी अब तक की सबसे बड़ी रक्षा पहल की घोषणा करते हुए ‘At Readiness’ नामक राष्ट्रव्यापी सैन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है। यह ऐतिहासिक कदम पूर्वी यूरोप में बढ़ते सुरक्षा संकट और रूस-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि में राष्ट्रीय तैयारियों को मजबूत करने की दिशा में उठाया गया है।
पोलैंड के इतिहास का सबसे बड़ा सैन्य प्रशिक्षण
‘At Readiness’ अभियान को पोलैंड के रक्षा मंत्री व्लादिस्लाव कोसिनिआक-कमिश ने प्रस्तुत किया। यह कार्यक्रम पूरी तरह स्वैच्छिक होगा और सभी नागरिकों — छात्रों, पेशेवरों और वरिष्ठ नागरिकों — के लिए खुला रहेगा। इसका उद्देश्य नागरिकों को सुरक्षा, जीवन-रक्षा तकनीक, प्राथमिक चिकित्सा और साइबर-सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण कौशलों में प्रशिक्षित करना है, जिससे किसी भी आपात या युद्ध स्थिति में देशव्यापी तैयारी सुनिश्चित की जा सके।
कार्यक्रम का स्वरूप और लक्ष्य
उप-रक्षा मंत्री सेज़ारी टॉमचिक के अनुसार, नवंबर और दिसंबर 2025 के भीतर 20,000 लोगों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है, जबकि प्रारंभिक चरण में 1 लाख नागरिकों को विभिन्न प्रारूपों में प्रशिक्षित किया जाएगा। इसमें ‘Education with the Army’ नामक पहल के अंतर्गत व्यावहारिक प्रशिक्षण, रिज़र्व ड्रिल और स्वैच्छिक अनिवार्य सैन्य सेवा जैसे विकल्प शामिल हैं। सरकार का लक्ष्य है कि 2026 तक कुल 4 लाख नागरिकों को इस कार्यक्रम के तहत तैयार किया जाए।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- पोलैंड का ‘At Readiness’ कार्यक्रम 2026 तक 4 लाख नागरिकों को सैन्य प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखता है।
- यह अभियान रक्षा मंत्री व्लादिस्लाव कोसिनिआक-कमिश द्वारा घोषित किया गया है।
- प्रशिक्षण में सुरक्षा, जीवन रक्षा, प्राथमिक चिकित्सा और साइबर-हाइजीन जैसे विषय शामिल हैं।
- पोलैंड के पास वर्तमान में 2.16 लाख सैन्यकर्मी हैं — यह NATO की तीसरी सबसे बड़ी सेना है।
बढ़ती सैन्य ताकत और राष्ट्रीय सुरक्षा
पोलैंड ने अब अपने GDP का सबसे बड़ा हिस्सा रक्षा क्षेत्र में खर्च करना शुरू किया है, जिससे वह NATO के सदस्य देशों में इस श्रेणी में सबसे आगे है। वर्तमान में उसकी सशस्त्र सेनाओं की संख्या 2.16 लाख है, और सरकार अगले दशक में इसमें एक-तिहाई तक की वृद्धि की योजना बना रही है।
पोलैंड के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ जनरल वीस्लाव कुकुला ने बताया कि इस प्रशिक्षण का दोहरा उद्देश्य है — नागरिकों की सामुदायिक क्षमता को मजबूत करना और सैन्य रिज़र्व को तैयार रखना।
क्षेत्रीय तनावों के बीच राष्ट्र की तैयारी
यह पहल मार्च 2025 में प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क द्वारा आरंभ की गई थी। यह स्पष्ट करता है कि पोलैंड अब रक्षा मामलों में नागरिक सहभागिता को महत्व देते हुए “समग्र राष्ट्रीय तैयारी” के मॉडल पर कार्य कर रहा है — जिसमें सैन्य शक्ति के साथ-साथ नागरिक क्षमताओं का भी समान विकास शामिल है।