“पैरासोशल” बना 2025 का वर्ड ऑफ द ईयर
कैम्ब्रिज डिक्शनरी ने वर्ष 2025 के लिए “पैरासोशल” (Parasocial) शब्द को “वर्ड ऑफ द ईयर” घोषित किया है। यह चयन इस बात को दर्शाता है कि आज की डिजिटल दुनिया में लोग किस प्रकार एकतरफा भावनात्मक संबंध बना रहे हैं चाहे वह किसी सेलिब्रिटी, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर या अब तेजी से विकसित हो रही कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) प्रणालियों के साथ क्यों न हो।
“पैरासोशल” शब्द का अर्थ और उत्पत्ति
“पैरासोशल” शब्द उन भावनात्मक रिश्तों को दर्शाता है जो व्यक्ति किसी सार्वजनिक हस्ती या डिजिटल पात्र के प्रति महसूस करता है, जबकि वास्तविकता में वह उनसे कभी नहीं मिला होता। इस शब्द को 1956 में अमेरिकी समाजशास्त्रियों डोनाल्ड हॉर्टन और रिचर्ड वोहल ने गढ़ा था। उस समय यह शब्द टीवी दर्शकों और प्रस्तुतकर्ताओं के बीच बनने वाले एकतरफा लगाव को दर्शाता था। समय के साथ, इसका दायरा बढ़कर सोशल मीडिया क्रिएटर्स, यूट्यूबर्स और अब एआई चैटबॉट्स तक पहुंच गया है।
शब्द चयन के पीछे का कारण
कैम्ब्रिज डिक्शनरी के अनुसार, 2025 में “पैरासोशल” शब्द की ऑनलाइन खोजों में अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की गई। सेलिब्रिटी घोषणाओं, सोशल मीडिया विवादों और इन्फ्लुएंसर घटनाओं ने इस विषय पर लोगों की दिलचस्पी बढ़ा दी। इसके साथ ही डिक्शनरी ने अपने अर्थ को अद्यतन किया, जिसमें यह जोड़ा गया कि अब यह शब्द एआई सिस्टम्स और वर्चुअल साथियों के साथ बनने वाले भावनात्मक जुड़ावों को भी समाहित करता है।
डिजिटल युग में इसकी प्रासंगिकता
आधुनिक समाज में “पैरासोशल रिलेशनशिप” एक आम मनोवैज्ञानिक अनुभव बन चुके हैं। लोग अपने पसंदीदा अभिनेताओं, यूट्यूबर्स या चैटबॉट्स के साथ ऐसा जुड़ाव महसूस करते हैं जैसे वे वास्तविक जीवन का हिस्सा हों। यह भावनात्मक निकटता व्यक्ति के व्यवहार, निर्णयों और सामाजिक दृष्टिकोण को प्रभावित कर सकती है। विशेषज्ञों का कहना है कि खासकर युवा वर्ग में इस तरह के संबंध आत्मपहचान और प्रेरणा का स्रोत भी बनते हैं, हालांकि यह स्थिति अस्वस्थ हो सकती है जब ये संबंध वास्तविक जीवन के रिश्तों का विकल्प बन जाते हैं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- “पैरासोशल” शब्द 1956 में डोनाल्ड हॉर्टन और रिचर्ड वोहल ने दिया था।
- यह शब्द एकतरफा भावनात्मक संबंध को दर्शाता है।
- कैम्ब्रिज डिक्शनरी ने इसे 2025 का “वर्ड ऑफ द ईयर” घोषित किया।
- डिक्शनरी ने इस वर्ष 6,000 से अधिक नए शब्द जोड़े हैं, जिनमें कई इंटरनेट-आधारित शब्द शामिल हैं।
स्वस्थ और अस्वस्थ “पैरासोशल” रिश्ते
मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, पैरासोशल संबंध हमेशा हानिकारक नहीं होते। वे प्रेरणा, आत्मविश्वास और सामाजिक सीख प्रदान कर सकते हैं। परंतु जब व्यक्ति इन रिश्तों को वास्तविक संबंधों की तरह जीने लगता है, या उनसे अवास्तविक अपेक्षाएँ जोड़ लेता है, तो यह मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।