पेप्सू मुजारा आंदोलन (Pepsu Muzara Movement) क्या था?

1949 में, किशनगढ़ गाँव में “पेप्सू मुजारा आंदोलन” के दौरान 19 मार्च को चार किसानों की हत्या कर दी गई थी। मौजूदा किसान आन्दोलन के दौरान 19 मार्च को पेप्सू मुजारा आंदोलन और उन किसानों को कई स्थलों पर याद किया गया।

मुजारा आंदोलन (Muzara Movement)

यह आंदोलन वर्षों तक कार्य करने के बाद भूमि के स्वामित्व के अधिकार लेने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। यह आन्दोलन 1930 के दशक में ब्रिटिश शासन के अधीन शुरू हुआ था जब जागीरदार पंजाब के गाँवों में किसानों की फसल में हिस्सा मांग रहे थे। यह हिस्सा पटियाला के महाराजा और फिर अंग्रेजों को दिया जाता था। इस प्रकार किसान जागीरदारों, महाराजा और अंग्रेजों के गुलामों की तरह काम कर रहे थे। इसलिए, किसानों ने यह आंदोलन शुरू किया जिसमें उन्होंने अपने आकाओं को खाद्यान्न देने से इनकार कर दिया। भारत की स्वतंत्रता के बाद पटियाला रियासत के कुछ 784 गांवों को पेप्सू प्रांत (PEPSU Province) के रूप में नामित किया गया था। इसके बाद, अक्टूबर 1948 में, पटियाला के महाराजा ने गांवों की एक तिहाई जमीन जागीरदारों को देने के आदेश पारित किए थे। हालांकि, किसानों ने इसे स्वीकार नहीं किया। बाद में 19 मार्च को, इन किसानों और किशनगढ़ के महाराजा के सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष हुआ, जिसमे चार किसानों, एक सुरक्षा कर्मी और एक पटवारी की मौत हुई थी।

पृष्ठभूमि

मुजरा शब्द “भूमिहीन किसानों” के लिए प्रयोग किया जाता है जो किसी की भूमि पर काम करते थे। 19वीं सदी के उत्तरार्ध में मुजरा आंदोलन की शुरुआत हुई, जब ‘पटियाला की रियासत’ पटियाला के महाराजा के अत्याचार से पीड़ित थी। स्थानीय जमींदार जिन्हें बिस्वेदार कहा जाता है, का भूमि पर अधिकारों था, लेकिन इस पर काम करने वालो ने महसूस किया कि उन जमींदारों को भूमि पर कोई वैध अधिकार नहीं था।  1948 तक, 30 से 40 लोगों के छोटे सशस्त्र समूह जमींदारों से मुजारों की रक्षा करते थे। 1951 में कांग्रेस मंत्रालय स्थापित होने के बाद, समस्या से निपटने के उपायों की सिफारिश करने के लिए एक कृषि सुधार जांच समिति का गठन किया गया था। बाद में 1952 में PEPSU Tenancy (Temporary Provision) Act तैयार किया गया था। यह अधिनियम किसानों को मालिक बनने के लिए प्रदान करता है।

पेप्सू  प्रांत (PEPSU Province)

इसका अर्थ “पटियाला और पूर्वी पंजाब राज्य संघ” (Patiala and East Punjab States Union) है। यह भारत का एक राज्य था, जिसमें 1948 और 1956 के बीच वर्ष में आठ रियासतों को एकजुट किया गया था। पेप्सू की राजधानी पटियाला थी। शिमला, कसौली, कंडाघाट और चैल भी पेप्सू का हिस्सा थे।

Originally written on March 22, 2021 and last modified on March 22, 2021.

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