पीएम मोदी ने केंद्र द्वारा मुहैया कराए गए वेंटिलेटर के ऑडिट के आदेश दिए
15 मई, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकार और केंद्र शासित प्रदेशों को प्रदान किए गए वेंटिलेटर के ऑडिट का आदेश दिया।
ऑडिट क्यों?
प्रधानमंत्री के संज्ञान में आया है कि राज्यों को जारी किए गए कई वेंटिलेटर बेकार पड़े हैं। इस प्रकार, वेंटिलेटर की स्थापना और संचालन की जांच के लिए एक ऑडिट शुरू किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने यह भी सुझाव दिया है कि स्वास्थ्य कर्मियों को वेंटिलेटर चलाने के लिए उचित प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।
मामला क्या है?
पंजाब सरकार की शिकायत है कि पीएम केयर्स फंड (PM CARES Fund) के तहत मिले 320 वेंटिलेटर में से 237 खराब हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता दावा कर रहे थे कि PM CARES Fund फंड के तहत दिए गए वेंटिलेटर में बड़ा घोटाला हुआ है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि वेंटिलेटर में तकनीकी खराबी है। आरोप हैं कि निर्माताओं द्वारा खराब after-sales support के कारण स्थापना के बाद तकनीकी शिकायतों का समाधान नहीं किया जाता है।
ऐसी खबरें हैं कि अस्पताल के अधिकारियों द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार बैक्टीरिया फिलर्स, फ्लो सेंसर और एचएमई फिल्टर को नहीं बदला जा रहा है।
ज्ञान की कमी
वेंटिलेटर के साथ यूजर मैनुअल, विस्तृत निर्देश और दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। हालांकि, अस्पताल के कर्मचारी उपयोग के निर्देशों का पालन करने में सक्षम नहीं हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय से मदद
स्वास्थ्य मंत्रालय ने संबंधित नोडल अधिकारियों के साथ राज्यवार व्हाट्सएप ग्रुप बनाए थे। इस ग्रुप के माध्यम से मंत्रालय उपयोग के बारे में जानकारी दे रहा है और प्रश्नों का उत्तर दे रहा है। फिर भी मसला अनसुलझा है।