पहली बार यूनिवर्सल टाइम कूडीन सिस्टम में लीप सेकंड कब जोड़ा गया था?
पहली बार यूनिवर्सल टाइम कूडीन सिस्टम में लीप सेकंड 30 जून 1972 को जोड़ा गया था| इस वर्ष यूनिवर्सल टाइम कूडिन सिस्टम में 10 सेकंड जोड़े गए थे| तब से औसतन हर 18 महीने बाद एक सेकंड जोड़ा जाता है। इस बढ़ाए गए सेकंड को ‘लीप सेकंड’ कहा जाता हैं। दुनिया का समय सोलर टाइम से तालमेल बैठा सके, इसलिए लीप सेकंड जोड़ा जाता है। लीप सेकंड इसलिए जोड़ा जाता है क्योंकि पृथ्वी की गति अनियमित होती है। कभी यह तेजी से चलती है तो कभी धीमी हो जाती है। ऐसा चांद के गुरुत्वाकर्षण के कारण होता है। इससे पहले टाइम सूरज या सितारों और धरती के हिसाब-किताब से तय किया जाता था। इस साल की शुरुआत में भी पृथ्वी की घूर्णन घड़ी से तालमेल बनाने के लिए 5 बजकर 29 मिनट 59 सेकंड पर भारतीय घड़ी में 1 सेकंड जोड़ा गया था।
Originally written on
April 28, 2018
and last modified on
April 28, 2018.