पलाऊ में हुआ विश्व का पहला ‘लाइव अंडरवाटर इंटरव्यू’: समुद्री संरक्षण की ओर नई पहल

प्रशांत महासागर में स्थित द्वीपीय देश पलाऊ ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए विश्व का पहला ‘लाइव अंडरवाटर इंटरव्यू’ सफलतापूर्वक आयोजित किया। इस अनोखी पहल का उद्देश्य महासागर की रक्षा के महत्व पर वैश्विक जागरूकता फैलाना था। पलाऊ के राष्ट्रपति सुरांगेल व्हिप्स जूनियर ने यह साक्षात्कार एस्तोनियाई ओलंपिक तैराक और पर्यावरण कार्यकर्ता मर्ले लिवांड के साथ समुद्र के अंदर किया।
नई तकनीक से समुद्र के नीचे संवाद
यह साक्षात्कार ‘LiFi टॉकिंग मास्क’ नामक अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से संभव हो पाया, जो पानी के अंदर प्रकाश की मदद से ध्वनि प्रसारित करता है। यह तकनीक समुद्री संवाद के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है।
जलवायु परिवर्तन और समुद्री द्वीपों पर संकट
पलाऊ लगभग 340 द्वीपों का एक द्वीपसमूह है, जो फिलीपींस के पूर्व में स्थित है। यह देश समुद्र के बढ़ते स्तर के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है। राष्ट्रपति व्हिप्स ने स्वीकार किया कि जलवायु परिवर्तन के चलते निकट भविष्य में उनके देश के कुछ एटोल्स (निम्न समुद्री द्वीप) जलमग्न हो सकते हैं। यह अंडरवाटर इंटरव्यू इसी चेतावनी और सतर्कता का प्रतीक है।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे पर्यावरणीय संकेत
इससे पहले 2009 में मालदीव के तत्कालीन राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने स्कूबा गियर पहने कैबिनेट मंत्रियों के साथ एक अंडरवाटर कैबिनेट मीटिंग आयोजित की थी। वहीं, 2019 में सेशेल्स के तत्कालीन राष्ट्रपति डैनी फॉरे ने हिंद महासागर में एक पनडुब्बी से साक्षात्कार दिया था। अब पलाऊ का यह प्रयास उस श्रृंखला को आगे बढ़ाता है, जो समुद्री पर्यावरण संरक्षण की ओर वैश्विक ध्यान आकर्षित करता है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- पलाऊ प्रशांत महासागर में स्थित 340 द्वीपों वाला देश है।
- LiFi टॉकिंग मास्क तकनीक प्रकाश के माध्यम से पानी के नीचे ध्वनि संप्रेषण में सक्षम है।
- 2009 में मालदीव ने विश्व की पहली अंडरवाटर कैबिनेट मीटिंग आयोजित की थी।
- 2019 में सेशेल्स के राष्ट्रपति ने समुद्र की गहराई से साक्षात्कार देकर समुद्री जीवन पर ध्यान खींचा।