पंजाब में मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना का दूसरा चरण आरंभ
पंजाब सरकार ने “मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना” के दूसरे चरण का शुभारंभ किया है, जो नौवें सिख गुरु, श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत जयंती को समर्पित है। यह योजना प्रदेश के बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए एक पवित्र और समावेशी पहल है, जो उन्हें धार्मिक स्थलों की यात्रा का सुअवसर प्रदान करती है।
सभी धर्मों के श्रद्धालुओं के लिए खुला अवसर
इस तीर्थ यात्रा योजना का लाभ 50 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी श्रद्धालु उठा सकते हैं, चाहे वे किसी भी जाति, धर्म या क्षेत्र से संबंधित हों। यह योजना पंजाब सरकार की सामाजिक समरसता और आध्यात्मिक समर्पण को दर्शाने वाली एक महत्वपूर्ण पहल है।
प्रमुख तीर्थ स्थलों की यात्रा
दूसरे चरण के अंतर्गत श्रद्धालुओं को अमृतसर स्थित निम्नलिखित पवित्र स्थलों की यात्रा कराई जाएगी:
- श्री हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर)
- दुर्गियाना मंदिर
- भगवान वाल्मीकि तीर्थ स्थल
- जलियांवाला बाग
- विभाजन संग्रहालय
इसके अतिरिक्त, हिमाचल प्रदेश के माता नैना देवी मंदिर तथा पंजाब के अन्य प्रमुख धार्मिक स्थलों की यात्रा भी योजना में शामिल है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत मुग़ल शासन के दौरान धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा में एक ऐतिहासिक घटना है।
- श्री हरमंदिर साहिब विश्व का सबसे पवित्र सिख तीर्थ स्थल है।
- दुर्गियाना मंदिर अपनी संरचना में हरमंदिर साहिब के समान है और अमृतसर में हिंदू श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख स्थल है।
- माता नैना देवी मंदिर हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर ज़िले में स्थित शक्तिपीठों में से एक है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार अन्य राज्यों में भी तीर्थ यात्रा के लिए रेल मंत्रालय से संपर्क में है, जिससे योजना का दायरा और बढ़ाया जा सके। यह योजना न केवल धार्मिक आस्था को सुदृढ़ करती है, बल्कि पंजाब सरकार के बुजुर्गों और आध्यात्मिक सांस्कृतिक धरोहर के प्रति समर्पण को भी दर्शाती है।