नुम्बियो सुरक्षा सूचकांक 2025: मंगलुरु भारत का सबसे सुरक्षित शहर, दिल्ली और एनसीआर सबसे नीचे

नुम्बियो सुरक्षा सूचकांक 2025: मंगलुरु भारत का सबसे सुरक्षित शहर, दिल्ली और एनसीआर सबसे नीचे

नुम्बियो के मध्य-2025 सुरक्षा सूचकांक के अनुसार, भारत वैश्विक स्तर पर 67वें स्थान पर रहा है, जिसका सुरक्षा स्कोर 55.8 रहा। हालांकि, शहर-स्तर की रैंकिंग में कर्नाटक का मंगलुरु भारत का सबसे सुरक्षित शहर घोषित हुआ है, जिसने 74.2 के सुरक्षा सूचकांक के साथ वैश्विक स्तर पर 49वां स्थान प्राप्त किया।

शीर्ष सुरक्षित भारतीय शहर

मंगलुरु के बाद, गुजरात के तीन शहर — वडोदरा (69.2), अहमदाबाद (68.2) और सूरत (66.6) — क्रमशः दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर रहे हैं। यह गुजरात की शहरी सुरक्षा व्यवस्था और कानून-व्यवस्था की मजबूती को दर्शाता है। राजस्थान का जयपुर, महाराष्ट्र के नवी मुंबई और पुणे, केरल का तिरुवनंतपुरम, तमिलनाडु का चेन्नई और केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ भी शीर्ष 10 में शामिल हैं।

असुरक्षित शहरों की स्थिति

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के शहर — दिल्ली, नोएडा और गाज़ियाबाद — सूची में सबसे नीचे हैं। इन शहरों में अपराध दर अधिक है और खासकर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं बनी हुई हैं। दिल्ली का अपराध सूचकांक 59.03, गाज़ियाबाद का 58.44 और नोएडा का 55.1 दर्ज किया गया है।

वैश्विक परिदृश्य

दुनिया के सबसे सुरक्षित शहरों की सूची में अबू धाबी (यूएई) लगातार नौवें वर्ष शीर्ष पर रहा है, 88.8 के उच्चतम सुरक्षा स्कोर के साथ। शीर्ष पांच में दोहा (कतर), दुबई (यूएई), शारजाह (यूएई) और ताइपे (ताइवान) शामिल हैं। विशेष रूप से मध्य-पूर्व के शहर इस सूची में लगातार प्रभुत्व बनाए हुए हैं।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • नुम्बियो सुरक्षा सूचकांक नागरिकों की व्यक्तिगत धारणाओं और अनुभवों के आधार पर तैयार किया जाता है।
  • सूचकांक में अपराध, कानून-व्यवस्था, दिन और रात में महसूस की जाने वाली सुरक्षा, और भेदभाव जैसे कारकों को शामिल किया जाता है।
  • उच्च सुरक्षा सूचकांक का अर्थ है कम अपराध और बेहतर सार्वजनिक सुरक्षा।
  • अबू धाबी 2017 से लगातार दुनिया का सबसे सुरक्षित शहर बना हुआ है।

भारत की इस रैंकिंग से स्पष्ट है कि देश में कुछ शहर, विशेषकर दक्षिण और पश्चिम भारत के, सुरक्षा और शहरी प्रशासन में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि कुछ बड़े महानगर अब भी अपराध और असुरक्षा से जूझ रहे हैं। यदि राष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा मानकों को उन्नत किया जाए तो भारत की वैश्विक स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हो सकता है।

Originally written on August 11, 2025 and last modified on August 11, 2025.

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