नामदाफा बटरफ्लाई फेस्टिवल 2025: जैव विविधता और पारिस्थितिकी संरक्षण का पर्व

नामदाफा बटरफ्लाई फेस्टिवल 2025: जैव विविधता और पारिस्थितिकी संरक्षण का पर्व

अरुणाचल प्रदेश के मियाओ स्थित नामदाफा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिज़र्व में 26 से 28 नवंबर, 2025 तक आठवां नामदाफा बटरफ्लाई फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा। यह उत्सव राज्य के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा स्थानीय समुदायों के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र की अद्भुत जैव विविधता का उत्सव मनाना और इको-पर्यटन व संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना है।

उत्सव की विशेषताएं और उद्देश्य

तीन दिवसीय यह उत्सव चांगलांग ज़िले के खाचांग गांव में होगा, जो नामदाफा नेशनल पार्क का प्रवेश द्वार माना जाता है। यह आयोजन शोधकर्ताओं, प्रकृति प्रेमियों और स्थानीय निवासियों को एक साथ लाकर पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा हेतु एक साझा मंच प्रदान करता है। स्थानीय प्रतिभागियों के लिए प्रवेश निःशुल्क रखा गया है ताकि अधिक से अधिक सामुदायिक भागीदारी हो और जमीनी स्तर पर संरक्षण की भावना मजबूत हो।

नामदाफा: वैश्विक जैव विविधता हॉटस्पॉट

नामदाफा राष्ट्रीय उद्यान को विश्व के सबसे जैव विविध संरक्षित क्षेत्रों में गिना जाता है। यह उद्यान 500 से अधिक प्रजातियों की तितलियों का घर है, जिनमें काइज़र-ए-हिंद, ब्लू मॉरमोन, पीकॉक पैंसी, ज़िग-ज़ैग फ्लैट और येलो वेन्ड लांसर जैसी दुर्लभ प्रजातियाँ शामिल हैं। पूर्वी हिमालय के इस हिस्से में पाई जाने वाली अद्वितीय वनस्पति और जीव-जंतुओं की उपस्थिति इसे वैज्ञानिक अध्ययन और पारिस्थितिकी पर्यटन के लिए विशेष बनाती है।

सामुदायिक सहयोग और इको-टूरिज्म

इस वर्ष का उत्सव टिकक होमस्टे मियाओ, खाचांग-मत्तुंखिम यूथ फोरम, और नामदाफा जंगल कैंप मियाओ जैसे स्थानीय समूहों की सक्रिय भागीदारी से आयोजित किया जा रहा है। गाइडेड जंगल ट्रेल, शैक्षिक प्रदर्शनियां और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से आयोजक यह दिखाना चाहते हैं कि आजीविका और पर्यावरण संरक्षण के बीच संतुलन संभव है। यह पहल यह संदेश देती है कि टिकाऊ पर्यटन और जैव विविधता संरक्षण एक साथ चल सकते हैं।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • 8वां नामदाफा बटरफ्लाई फेस्टिवल 26–28 नवंबर 2025 को मियाओ, अरुणाचल प्रदेश में आयोजित होगा।
  • नामदाफा राष्ट्रीय उद्यान में 500 से अधिक तितली प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें दुर्लभ काइज़र-ए-हिंद भी शामिल है।
  • यह उत्सव इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने और स्थानीय समुदायों के सहयोग से आयोजित किया जाता है।
  • स्थानीय प्रतिभागियों के लिए प्रवेश निःशुल्क रखा गया है ताकि संरक्षण प्रयासों में उनकी भागीदारी बढ़े।

नामदाफा बटरफ्लाई फेस्टिवल न केवल तितलियों की सुंदरता का उत्सव है, बल्कि यह बदलती जलवायु स्थितियों के बीच जैव विविधता के संरक्षण की आवश्यकता की याद भी दिलाता है। स्थानीय समुदायों और प्रकृति प्रेमियों की भागीदारी से यह उत्सव अरुणाचल प्रदेश को पूर्वोत्तर भारत में एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक धरोहर केंद्र के रूप में स्थापित करता है।

Originally written on November 10, 2025 and last modified on November 10, 2025.

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