नव रायपुर में होगी 60वीं डीजीपी-आईजीपी कांफ्रेंस, नक्सलवाद उन्मूलन रहेगा मुख्य एजेंडा
भारत सरकार 28 से 30 नवंबर तक छत्तीसगढ़ के नव रायपुर में 60वीं पुलिस महानिदेशक (DGP) और पुलिस महानिरीक्षक (IGP) कांफ्रेंस आयोजित करने जा रही है। इस वार्षिक सम्मेलन में प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) सहित शीर्ष राष्ट्रीय नेतृत्व मौजूद रहेगा। बैठक का मुख्य फोकस देश की आंतरिक सुरक्षा स्थिति की समीक्षा और नक्सलवाद के पूर्ण उन्मूलन की दिशा में अंतिम रणनीति तैयार करना होगा।
नक्सलवाद खत्म करने की अंतिम तैयारी
इस वर्ष का सम्मेलन सरकार के उस लक्ष्य पर केंद्रित रहेगा, जिसके तहत 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इस संदर्भ में देशभर के पुलिस प्रमुख और केंद्रीय बलों के वरिष्ठ अधिकारी मैदानी स्तर से मिली रिपोर्टों की समीक्षा, संचालन प्रगति का मूल्यांकन और कमियों की पहचान करेंगे। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की उपस्थिति इस अभियान को दी जा रही राष्ट्रीय रणनीतिक प्राथमिकता को स्पष्ट रूप से दर्शाती है।
रायपुर का सामरिक महत्व
कांफ्रेंस का आयोजन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में किया जाना अपने आप में प्रतीकात्मक और रणनीतिक दोनों दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह राज्य लंबे समय से वामपंथी उग्रवाद (Left-Wing Extremism) से सबसे अधिक प्रभावित रहा है। ऐसे में रायपुर इस बात का वास्तविक आकलन करने का उपयुक्त स्थल है कि पिछले वर्षों में अभियान ने कितना प्रभाव डाला है। सरकार का उद्देश्य इस आयोजन के माध्यम से संगठित प्रयासों और बेहतर समन्वय से हासिल उपलब्धियों को आगे बढ़ाना है।
आंतरिक सुरक्षा और आधुनिक पुलिसिंग पर विस्तारित एजेंडा
नक्सलवाद के अलावा, सम्मेलन में उभरते आंतरिक सुरक्षा खतरों, तकनीक-आधारित पुलिसिंग और साइबर सुरक्षा पर भी चर्चा होगी। इसमें विशेष रूप से निम्न बिंदु शामिल हैं
- डेटा-आधारित खुफिया प्रणाली (Data-based Intelligence) को मजबूत करना।
- AI-सक्षम निगरानी और अपराध विश्लेषण उपकरणों का प्रयोग बढ़ाना।
- राज्यों के बीच रीयल-टाइम इंटेलिजेंस शेयरिंग और समन्वय को सुदृढ़ करना।
- पुलिस बलों के लिए आधुनिक प्रशिक्षण और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देना।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- 60वीं डीजीपी-आईजीपी कांफ्रेंस 28 से 30 नवंबर तक नव रायपुर में होगी।
- 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद उन्मूलन सरकार का प्रमुख राष्ट्रीय लक्ष्य है।
- प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और एनएसए इस सम्मेलन में शामिल होंगे।
- मुख्य विषय नक्सलवाद समाप्ति, तकनीक-संचालित पुलिसिंग और खुफिया साझेदारी।
तकनीक, समन्वय और राष्ट्रीय तैयारी पर जोर
बैठक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित प्रेडिक्टिव पुलिसिंग, साइबर लचीलापन और अपराध विश्लेषण प्रणाली को मजबूत करने पर विशेष सत्र होंगे। राज्यों के बीच एकीकृत राष्ट्रीय सुरक्षा ग्रिड के तहत सहयोग को भी नई दिशा देने की योजना है।