नई दिल्ली में ‘AI for Good – Impact India’ सम्मेलन का आयोजन: जिम्मेदार और समावेशी AI की दिशा में भारत की पहल

इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 के अवसर पर नई दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) के “AI for Good – Impact India” सम्मेलन का भव्य उद्घाटन हुआ। दूरसंचार सचिव डॉ. नीरज मित्तल और ITU के उप-निदेशक बिलेल जमूसी ने इस आयोजन का शुभारंभ किया। यह सम्मेलन भारत में उत्तरदायी और समावेशी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सम्मेलन का उद्देश्य और प्राथमिकताएं
‘AI for Good – Impact India’ सम्मेलन का उद्देश्य AI तकनीकों का उपयोग भारत की राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को संबोधित करने में करना है, जैसे:
- स्वास्थ्य सेवा
- कृषि
- जलवायु लचीलापन
- डिजिटल समावेशन
- सार्वजनिक सेवा वितरण
इस आयोजन का सह-आयोजन भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (DoT) और ITU ने मिलकर किया है। इसमें नीति-निर्माताओं, वैश्विक AI विशेषज्ञों, स्टार्टअप्स, उद्योग प्रतिनिधियों और शिक्षाविदों ने भाग लिया।
भारत का दृष्टिकोण: जिम्मेदार AI के लिए वैश्विक साझेदारी
डॉ. नीरज मित्तल ने अपने भाषण में बताया, “AI एक क्षैतिज तकनीक है जो हर क्षेत्र को प्रभावित करती है — लेकिन जितना इसका उपयोग ‘Good’ के लिए है, उतना ही खतरा ‘Bad’ प्रयोगों से है।” उन्होंने गहरी चिंता जताई कि AI के माध्यम से डीपफेक, वॉयस क्लोनिंग, वित्तीय धोखाधड़ी और फर्जी पहचान जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
उन्होंने आगे कहा कि जैसे-जैसे भारत 5G से 6G की ओर बढ़ रहा है, नेटवर्क को अधिक बुद्धिमान, आत्म-सुधारक और उपयोगकर्ता-केंद्रित बनाने में AI की भूमिका बढ़ेगी। उन्होंने जनरेटिव AI से एजेंटिक AI की ओर संक्रमण की भी बात की, जिससे ग्राहक सेवाओं को नया आयाम मिलेगा।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- ITU की स्थापना 1865 में हुई थी और यह वैश्विक स्तर पर सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (ICT) के मानक तय करने वाली प्रमुख संस्था है।
- ‘IndiaAI मिशन’ की लागत $1.25 बिलियन है, जिसका उद्देश्य एक भरोसेमंद, समावेशी और मानव-केंद्रित AI पारिस्थितिकी तैयार करना है।
- IMC (India Mobile Congress) एशिया का सबसे बड़ा डिजिटल प्रौद्योगिकी मंच है।
- ITU की ‘AI for Good’ पहल संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ी हुई है।