नंगल वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी में 100 से अधिक जंगली सूअरों की मौत, जहरीले अपशिष्ट से जल प्रदूषण की आशंका

नंगल वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी में 100 से अधिक जंगली सूअरों की मौत, जहरीले अपशिष्ट से जल प्रदूषण की आशंका

मार्च 2025 में पंजाब स्थित नंगल वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी में लगभग 100 जंगली सूअर मृत पाए गए, जिससे वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह संकेत मिला है कि इन जंगली सूअरों की मौत नंगल झील के जहरीले जल से हुई हो सकती है, जो कि सैंक्चुरी का हिस्सा है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ रहस्योद्घाटन

भाटों गांव के सिविल वेटरनरी हॉस्पिटल द्वारा किए गए पोस्टमार्टम में पता चला कि सूअरों के फेफड़ों और यकृत (लिवर) में गंभीर अपघटन (degenerative changes) और सेप्टिसीमिया (रक्त विषाक्तता) के लक्षण पाए गए। शवों पर कोई बाहरी घाव नहीं थे, लेकिन आंखों और मुंह के आसपास कीड़े पाए गए। फेफड़ों में भारी कंजेशन और रक्तस्राव दिखा, जबकि यकृत में उन्नत अपघटन देखा गया।
सूक्ष्मदर्शी परीक्षण में फेफड़ों की अल्वोलर टिशू (alveolar tissue) में गिरावट और यकृत में विषाक्त प्रभाव की पुष्टि हुई। डॉक्टर गौरव, जो इस ऑटोप्सी टीम का हिस्सा थे, ने कहा कि झील में मौजूद जहरीले तत्वों को मौत का कारण मानने से इनकार नहीं किया जा सकता।

औद्योगिक अपशिष्ट बना पर्यावरणीय संकट

पर्यावरण कार्यकर्ता प्रभात भट्टी ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले के गोलथाई औद्योगिक क्षेत्र से निकलने वाले अपशिष्ट एक छोटी नदी के जरिए नंगल डैम झील में प्रवेश करते हैं। स्थानीय लोगों ने पहले भी झील के प्रदूषण को लेकर चिंता जताई थी, और अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इन आशंकाओं को बल दिया है।
वन्यजीव अधिकारी (DFO) कुलराज सिंह ने पुष्टि की कि रिपोर्ट में झील के पानी में औद्योगिक अपशिष्ट के कारण विषाक्तता की आशंका जताई गई है। उन्होंने बताया कि पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को इस मामले में कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है, और उन्होंने हिमाचल प्रदेश के अधिकारियों को भी सूचना दी है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • जंगली सूअर भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की अनुसूची 4 के अंतर्गत संरक्षित प्रजाति में आते हैं।
  • नंगल वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी पंजाब के रोपड़ जिले में स्थित है और यह नंगल डैम झील का हिस्सा है।
  • सेप्टिसीमिया एक घातक संक्रमण है, जिसमें शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंचता है।
  • नंगल डैम झील से आसपास के क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की जाती है, जिससे यह मामला और अधिक गंभीर बन जाता है।
Originally written on October 9, 2025 and last modified on October 9, 2025.

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