देश में नवाचार का नया केंद्र बना मुज़फ्फरपुर: INSPIRE अवार्ड में पहले स्थान पर बिहार का जलवा

बिहार ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि प्रतिभा संसाधनों की मोहताज नहीं होती। INSPIRE Award MANAK Scheme के तहत मुज़फ्फरपुर जिले के 7,403 विद्यार्थियों ने अपने नवाचारी विचार प्रस्तुत कर देशभर में पहला स्थान प्राप्त किया है। यह उपलब्धि न केवल मुज़फ्फरपुर बल्कि पूरे बिहार के लिए गर्व का विषय है, जिसने देश के परंपरागत शैक्षणिक केंद्रों को भी पीछे छोड़ दिया है।
क्या है INSPIRE अवार्ड योजना?
INSPIRE (Innovation in Science Pursuit for Inspired Research) अवार्ड भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा संचालित एक प्रमुख योजना है, जिसका उद्देश्य स्कूली बच्चों में रचनात्मकता, वैज्ञानिक सोच और नवाचार को प्रोत्साहित करना है। इस योजना के अंतर्गत:
- कक्षा 6 से 10 तक के छात्र भाग ले सकते हैं।
- चुने गए छात्रों को ₹10,000 की वित्तीय सहायता दी जाती है ताकि वे अपने विचार का मॉडल तैयार कर सकें।
- मॉडल का प्रदर्शन ज़िला, राज्य और अंत में राष्ट्रीय स्तर पर किया जाता है।
- राष्ट्रपति भवन में शीर्ष 60 विचारों का चयन होता है, जहाँ बच्चों को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जाता है।
मुज़फ्फरपुर की ऐतिहासिक उपलब्धि
मुज़फ्फरपुर के सरकारी और निजी विद्यालयों के छात्रों ने इस बार 7403 विचार भेजकर देशभर में सबसे अधिक प्रविष्टियाँ भेजीं। बेंगलुरु अर्बन (7306) और कर्नाटक के बागलकोट (6826) को पछाड़ते हुए मुज़फ्फरपुर शीर्ष पर रहा। ज़िला शिक्षा पदाधिकारी कुमार अरविंद सिन्हा ने कहा:
“यह पूरे जिले के लिए गर्व का विषय है। यह विद्यार्थियों, शिक्षकों और स्कूलों की सामूहिक उपलब्धि है। हमारी कोशिश होगी कि आने वाले वर्षों में और अधिक बच्चे इस योजना में भाग लें।”
बच्चों के विचार और रुझान
बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए विचारों में खासतौर पर पर्यावरण संरक्षण, नवीकरणीय ऊर्जा, विकलांगों के लिए उपयोगी उपकरण, जल संरक्षण, ग्राम जीवन को सरल बनाने वाली तकनीकें, और प्रदूषण नियंत्रण जैसे विषयों पर आधारित मॉडल शामिल हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह रचनात्मक सोच बच्चों को भविष्य में बड़े नवाचारों की दिशा में प्रेरित करेगी। यही कारण है कि आज मुज़फ्फरपुर को देश का नवाचार केंद्र कहा जा रहा है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- INSPIRE Award MANAK Scheme विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा संचालित है।
- योजना में हर स्कूल अधिकतम 5 छात्रों के विचारों को नामांकित कर सकता है।
- इस बार बिहार के वैशाली जिले ने भी 5805 विचार भेजकर छठा स्थान प्राप्त किया है।
- चयन प्रक्रिया: जिला स्तरीय → राज्य स्तरीय → राष्ट्रीय स्तरीय → राष्ट्रपति भवन में प्रदर्शन।