दुबई में 11वां वर्ल्ड ग्रीन इकोनॉमी समिट शुरू, 30 देशों के प्रतिनिधि शामिल

दुबई में आज वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर 11वां वर्ल्ड ग्रीन इकोनॉमी समिट (WGES) की शुरुआत हुई। दो दिवसीय इस सम्मेलन में 30 से अधिक देशों से आए 3,300 से अधिक प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं। नीति-निर्माताओं, कारोबारी नेताओं, निवेशकों और नवाचारकर्ताओं की यह भागीदारी “Innovating for Impact: Accelerating the Future of the Green Economy” थीम के तहत हो रही है। यह आयोजन दुबई की उस वैश्विक पहचान को मजबूत करता है, जिसमें वह सतत विकास और जलवायु कार्रवाई के केंद्र के रूप में उभर रहा है।
ग्रीन इकोनॉमी की दिशा में वैश्विक सहयोग
इस समिट का आयोजन वॉटर, एनर्जी, टेक्नोलॉजी और एनवायरनमेंट एग्ज़िबिशन (WETEX 2025) के साथ मिलकर किया जा रहा है। इस मंच पर नेट-जीरो लक्ष्यों को हासिल करने और ग्रीन ट्रांसफॉर्मेशन को गति देने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर जोर दिया जा रहा है। उद्घाटन सत्रों में तकनीकी एकीकरण, नीतिगत सुधार, जलवायु वित्त, न्यायपूर्ण अवसर और युवाओं की भूमिका जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई।
छोटे और मध्यम उद्यमों की भूमिका
सम्मेलन में यह भी रेखांकित किया गया कि छोटे और मध्यम उद्यम (SMEs) सतत तकनीकों को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। साथ ही, जलवायु लक्ष्यों की ओर वैश्विक प्रयासों को तेज करने के लिए नीति सुधार आवश्यक हैं। अरब फाउंडेशंस फोरम की सीईओ नायला फारूकी ने कहा कि जलवायु संकट क्षेत्रीय समाधानों की मांग करता है और इसके लिए स्थानीय वास्तविकताओं और दीर्घकालिक स्थिरता पर आधारित एकजुट प्रयास जरूरी हैं।
वैश्विक विशेषज्ञों और नए उपक्रमों का मंच
WGES 2025 में सरकार, उद्योग और शिक्षा जगत से जुड़े लगभग 80 अंतरराष्ट्रीय वक्ता भाग ले रहे हैं। नवीकरणीय ऊर्जा, सर्कुलर इकोनॉमी और न्यायपूर्ण जलवायु रणनीतियां यहां के मुख्य विषय हैं। सम्मेलन में पारदर्शिता और जवाबदेही पर विशेष जोर दिया गया है ताकि सतत विकास संबंधी वादों को वास्तविकता में बदला जा सके। साथ ही, ग्लोबल अलायंस ऑन ग्रीन इकोनॉमी (GAGE) अपने 2024-2025 के पोर्टफोलियो का अनावरण कर रहा है, जिसमें सदस्य देशों को ग्रीन इकोनॉमी की दिशा में सहायता देने वाली प्रमुख पहलकदमियां शामिल हैं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- वर्ल्ड ग्रीन इकोनॉमी समिट (WGES) का पहला आयोजन वर्ष 2014 में हुआ था।
- WETEX प्रदर्शनी मध्य पूर्व की सबसे बड़ी सतत विकास और स्वच्छ ऊर्जा प्रदर्शनी मानी जाती है।
- दुबई ने 2050 तक 100% स्वच्छ ऊर्जा और कार्बन-न्यूट्रल बनने का लक्ष्य रखा है।
- ग्रीन इकोनॉमी को संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) से सीधे जोड़ा गया है।