दुनिया की सबसे तेज़ बुलेट ट्रेन CR450 का परीक्षण शुरू, चीन ने रचा नया इतिहास

दुनिया की सबसे तेज़ बुलेट ट्रेन CR450 का परीक्षण शुरू, चीन ने रचा नया इतिहास

चीन ने एक और तकनीकी मील का पत्थर हासिल करते हुए दुनिया की सबसे तेज़ बुलेट ट्रेन CR450 का पूर्व-सेवा परीक्षण (pre-service trial) शुरू कर दिया है। 21 अक्टूबर 2025 को शंघाई-चोंगकिंग-चेंगदू हाई-स्पीड रेलवे लाइन पर इस ट्रेन ने 450 किलोमीटर प्रति घंटा (281 मील प्रति घंटा) की रफ्तार हासिल की, जो अब तक की सबसे तेज़ परीक्षण गति मानी जा रही है।

डिजाइन और तकनीकी विशेषताएँ

CR450 का प्रोटोटाइप नवंबर 2024 में पेश किया गया था, जिसे शुरू में 400 किमी/घंटा की अधिकतम रफ्तार के लिए डिज़ाइन किया गया था। इसके बाद से इसे विभिन्न प्रदर्शन मानकों पर सघन परीक्षणों से गुजारा गया है। अब यह अपने अंतिम मूल्यांकन चरण में है, और इसके 2026 तक व्यावसायिक परिचालन में आने की संभावना है, जब यह कुल 6 लाख किलोमीटर का परीक्षण पूरा कर लेगा।
इस ट्रेन का निर्माण चाइना रेलवे रोलिंग स्टॉक कॉरपोरेशन (CRRC) की सहायक कंपनियों ने किया है। इसकी प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:

  • नोज़ कोन की लंबाई 12.5 मीटर से बढ़ाकर 15 मीटर कर दी गई है, जिससे वायुगतिकीय घर्षण में 22% की कमी आई है।
  • बोगियों को पूरी तरह ढका गया है, और ट्रेन के निचले हिस्से में एयरोडायनामिक स्कर्ट पैनल लगाए गए हैं।
  • यह ट्रेन 20 सेंटीमीटर छोटी और 55 टन हल्की है, जिससे इसकी गति और त्वरण क्षमता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।

प्रदर्शन में क्रांतिकारी सुधार

CR450 सिर्फ 4 मिनट 40 सेकंड में 0 से 350 किमी/घंटा तक की गति पकड़ सकती है, जो वर्तमान में चल रही CR400 फुशिंग ट्रेनों से एक मिनट तेज़ है। इंजीनियरों और शोधकर्ताओं ने पाँच वर्षों तक सूक्ष्म स्तर पर (0.1% तक) सुधार करते हुए इसकी संरचना को बेहतर बनाया है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • CR450 की अधिकतम परीक्षण गति: 450 किमी/घंटा (281 मील/घंटा)
  • व्यावसायिक परिचालन की संभावित तिथि: 2026
  • ट्रेन की लंबाई में कमी: 20 सेमी, वजन में कमी: 55 टन
  • नोज़ कोन की नई लंबाई: 15 मीटर
  • परीक्षण दूरी: 6,00,000 किलोमीटर
  • निर्माण: CRRC (चीन रेलवे रोलिंग स्टॉक कॉरपोरेशन)

चीन के लिए यह उपलब्धि केवल तकनीकी नहीं, बल्कि रणनीतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। सरकारी चैनल CCTV ने इस मील का पत्थर “Made in China से Created in China” की दिशा में एक बड़ी छलांग बताया है, जो चीन के बढ़ते वैश्विक तकनीकी प्रभुत्व का संकेत देता है।

Originally written on October 28, 2025 and last modified on October 28, 2025.

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